10/06/2020
ईरान की एक अदालत ने आईआरजीसी की क़ुद्स फ़ोर्स के कमांडर जनरल सुलेमानी के बारे में अमरीकी ख़ुफ़िया एजेंसी सीआईए और इस्राईली ख़ुफ़िया एजेंसी मोसाद को जानकारी उपलब्ध कराने वाले जासूस सैय्यद महमूद मूसवी-मज्द को फांसी की सज़ा सुनाई है।
ग़ौरतलब है कि अमरीका ने 3 जनवरी को बग़दाद एयरपोर्ट के निकट ड्रोन हमला करके जनरल क़ासिम सुलेमानी को शहीद कर दिया था। इस हमले में जनरल सुलेमानी के स्वागत के लिए एयरपोर्ट पहुंचने वाले इराक़ी स्वयं सेवी बल हशदुश्शाबी के डिप्टी कमांडर अबू मेहदी अल-मोहंदिस और उनके कई साथी भी शहीद हो गए थे।
ईरानी न्यायपालिका के प्रवक्ता का कहना है कि ईरान की क्रांति अदालत ने मूसवी-मज्द को मौत की सज़ा सुनाई है।
मूसवी-मज्द को जनरल सुलेमानी की गतिविधियों और उनके ठिकानों के बारे में इस्राईली और अमरीकी जासूसी एजेंसियों को जानकारी उपल्बध करवाने का दोषी पाया गया है।
जनरल सुलेमानी ने क्षेत्र में आतंकवाद के ख़िलाफ़ लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी और वे अमरीका और इस्राईल के ख़िलाफ़ संघर्ष का प्रतीक बन गए थे।
ईरान की इस्लामी क्रांति फ़ोर्स आईआरजीसी ने जनरल सुलेमानी की मौत का बदला लेने के लिए 8 जनवरी को इराक़ स्थित अमरीकी सैन्य अड्डे पर कई मिसाइल दाग़े थे, जिसमें अमरीका को भारी जानी व माली नुक़सान उठाना पड़ा था।