24/5/2020
नई दिल्ली: ख़बर है कि चीन ने समंदर में ऐसी हलचल और युद्ध की प्रैक्टिस शुरू कर दी है, जो पाताल में विश्व युद्ध जैसे हालात पैदा कर सकती है। दक्षिण चीन सागर में चीन ने युद्धाभ्यास के लिए युद्धपोत भेजे हैं। ये देखकर अमेरिका ने भी अपने युद्धपोत के साथ लड़ाकू विमानों का बेड़ा रवाना कर दिया है। साउथ चाइना सी यानी दक्षिण चीन सागर का ये इलाका खरबों रुपये के खनिज का ख़ज़ाना है। इसलिए, अमेरिका और भारत समेत दुनिया के कई देश ये मान रहे हैं कि दक्षिण सागर चीन में चीनी सेना का युद्धाभ्यास एक घातक साज़िश हो सकती है।
दक्षिण चीन सागर में भारी उथल-पुथल देखने को मिल रही है। चीनी युद्धपोत ने समंदर का सीना छलनी कर दिया है। चीनी सेना ने दो महीने से ज़्यादा वक्त तक चलने वाला युद्धाभ्यास शुरू कर दिया है। इसी वजह से दक्षिणी चीन सागर में चीन की ये हलचल भारत समेत सारी दुनिया के लिए तनाव बढ़ाने वाला सेंटर बन चुकी है। कोरोना वायरस महामारी के बीच दक्षिण चीन सागर में और चीन-ताइवान विवाद को लेकर अमेरिका और चीन की सेनाएं एक्टिव रही हैं। कोरोना संकट को लेकर चीन और अमेरिका में तनातनी बढ़ती जा रही है। चीन ने ताइवान के पास 70 दिनों तक चलने वाला युद्धाभ्यास शुरू किया है, वहीं अमेरिका ने भी अपने युद्धपोत साउथ चाइना सागर में भेजे हैं। इससे दोनों महाशक्तियों के बीच बड़े संघर्ष की आशंका बढ़ गई है।
चीन मामलों के एक्सपर्ट्स का मानना है कि दक्षिण सागर चीन में जितना उसका शेयर है, उससे ज़्यादा जगह पर अपनी हुकूमत चलाने के लिए चीन लगातार उकसाने वाली कार्रवाई करता है। चीनी तटरक्षक दल, पीपुल्स लिबरेशन आर्मी, और अन्य सरकारी एजेंसियां दक्षिण चीन सागर को हथियाने में कई साल से साज़िशें कर रही हैं। इस विवादित सागर में चीन जबरन अपनी समुद्री सीमा के कानून चलाता रहा है।