23 मई 2020
इस्राईल पर अब तक का सबसे बड़ा साइबर हमला, हज़ारों वेबसाइटें हैक, इस्राईल की उलटी गिनती शुरू जैसे चेतावनी संदेश
अंतरराष्ट्रीय क़ुद्स दिवस के अवसर पर इस्राईल की हज़ारों महत्वपूर्ण वेबसाइटों और डेटा इंफ़्रांस्ट्रक्चर पर व्यापक साइबर हमलों ने ज़ायोनी शासन को हिलाकर रख दिया है।
इस्राईली मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक़, ख़ुद को हैकर्स ऑफ़ सेवियर या मुक्तिदाता के हैकर्स बताने वाले गुट ने गुरुवार की सुबह से इस्राईल के डेटा इंफ़्रांस्ट्रक्चर पर हमले शूरू कर दिए, जो शुक्रवार को अंतिम सूचना मिलने तक जारी थे।
calcalistech.com की रिपोर्ट के मुताबिक़, अचानक इस्राईल की हज़ारों वेबसाइटों के होम पेज काले हो गए और उन पर इंगलिश और हेबरू भाषा में लिखकर आने लगाः इस्राईल के विनाश की उलटी गिनती शुरू हो चुकी है।
इस्राईली मीडिया ने इसे ईरान और इस्राईल के बीच साइबर युद्ध क़रार दिया है।
ग़ौरतलब है कि हाल ही में इस्राईल ने ईरान की एक बंदरगाह पर साइबर हमला किया था और जहाज़ों की आवाजाही में रुकावट डालने का प्रयास किया था।
इस्राईली मीडिया का दावा था कि यह हमला ईरान द्वारा इस्राईल के वाटर सप्लाई सिस्टम पर साइबर हमले के जवाब में किया गया था।
हैक की गई हज़ारों इस्राईली वेबसाइटों के होम पेज पर ज़ायोनी शासन को चेतावनी देने वाले विभिन्न संदेशों के साथ ही ऐसे फ़ोटे और वीडियो भी देखे जा सकते हैं, जिनमें तेल-अवीव और इस्राईल के अन्य शहरों को जलते हुए दिखाया गया है।
इस्राईली साइबर ब्यूरो ने इस्राईली वेबसाइटों पर साइबर हमले की पुष्टि करते हुए इन हमलों में ईरान के शामिल होने का आरोप लगाया है।
साइबर हमलों में इस्राईल की कई बड़ी संस्थाओं, कंपनियों, राजनीतिक पार्टियों और संगठनों की वेबसाइटों को निशाना बनाया गया है।
इस्राईल के टीवी चैनल-12 का कहना है कि इस्राईल पर किए गए साइबर हमलों में जो गुट शामिल हैं, उनका संबंध तुर्की, उत्तरी अफ़्रीक़ा के कई देशों और फ़िलिस्तीन के गज्ज़ा से है, ईरान के साथ उनके संबंध का कोई सुबूत नहीं मिला है।
हैक की गई वेबसाइटों पर ज़ायोनी शासन को मिटा देने की धमकी के साथ ही एक ऐसा वीडियो भी जारी किया गया, जिसमें इस्राईली शहरों पर बमबारी करते हुए दिखाया गया है।
निशाना बनाई गई वेबसाइटों पर ज़ायोना अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा गयाः एक बड़े झटके के लिए तैयार हो जाओ। एक दूसरे संदेश में पढ़ा जा सकता हैः अगले 25 वर्षों में इस्राईल का नामो निशान मिट जाएगा।
हैकरों द्वारा जारी किए गए वीडियो में बैतुल मुक़द्दस स्थित पवित्र मस्जिदुल अक़सा में हज़ारों मुसलमानों को नमाज़ पढ़ते हुए दिखाया गया है