रूस ke Rashtrapati Putin ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम के समर्थन में बयान दिया है कि हर देश को अपनी ऊर्जा जरूरतों और रक्षा के लिए परमाणु प्रशिक्षण और प्रौद्योगिकी का अधिकार है। यह बयान ऐसे समय में आया है जब ईरान और पश्चिमी देशों के बीच परमाणु समझौते को लेकर तनाव बढ़ा हुआ है।
*रूस के बयान के मुख्य बिंदु:*
– *परमाणु ऊर्जा का अधिकार*: रूस ने कहा है कि हर देश को अपनी ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए परमाणु ऊर्जा का उपयोग करने का अधिकार है।
– *रक्षा के लिए परमाणु प्रशिक्षण*: रूस ने यह भी कहा है कि देशों को अपनी रक्षा के लिए परमाणु प्रशिक्षण और प्रौद्योगिकी विकसित करने का अधिकार है।
– *अंतरराष्ट्रीय नियमों का पालन*: रूस ने जोर दिया है कि यह अधिकार अंतरराष्ट्रीय नियमों और समझौतों के तहत होना चाहिए।
*इस बयान का महत्व:*
– *ईरान के समर्थन में*: रूस का यह बयान ईरान के लिए महत्वपूर्ण समर्थन का संकेत है, जो अपने परमाणु कार्यक्रम को शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए बताता है।
– *पश्चिमी देशों के लिए चुनौती*: यह बयान पश्चिमी देशों के लिए एक चुनौती हो सकता है, जो ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर चिंतित हैं और इसके खिलाफ प्रतिबंध लगाए हैं।
– *क्षेत्रीय प्रभाव*: रूस का यह रुख मध्य पूर्व और अन्य क्षेत्रों में परमाणु ऊर्जा और सुरक्षा के मुद्दों पर प्रभाव डाल सकता है।
यह देखना दिलचस्प होगा कि इस बयान के बाद ईरान और पश्चिमी देशों के बीच तनाव कैसे विकसित होता है और क्या इससे परमाणु समझौते पर कोई प्रभाव पड़ता है।