अमर्त्य सेन, 89 वर्ष के हुये.
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अमर्त्य सेन एक प्रसिद्ध अर्थशास्त्री और अर्थ चिंतक हैं जिन्होंने, कल्याणकारी अर्थशास्त्र (welfare economics) , आर्थिक और सामाजिक न्याय, अकाल के आर्थिक सिद्धांत, निर्णय सिद्धांत, विकास अर्थशास्त्र, सार्वजनिक स्वास्थ्य और देशों की भलाई के उपायों में, अपना अकादमिक योगदान दिया है।
आजकल वे, थॉमस डब्ल्यू लैमोंट विश्वविद्यालय के प्रोफेसर हैं, साथ ही, हार्वर्ड विश्वविद्यालय में अर्थशास्त्र और दर्शनशास्त्र का भी अध्यापन करते हैं। कल्याणकारी अर्थशास्त्र में उनके काम और योगदान के लिए उन्हें 1998 में आर्थिक विज्ञान में नोबेल पुरस्कार से, और 1999 में भारत के भारत रत्न से सम्मानित किया गया था।
अमर्त्य सेन, का जन्म, 3 नवंबर 1933 को, शांति निकेतन में हुआ था। गुरुदेव रवीन्द्र नाथ, तब जीवित थे। उन्होंने इनका नाम अमर्त्य रखा था। इन्होंने, आइडिया ऑफ जस्टिस, द आर्गूमेंटेटिव इंडियन जैसी और भी अनेक किताबें, जो अर्थशास्त्र पर अकादमिक दृष्टिकोण की है, लिखी हैं। वे दीर्घायु हों, स्वस्थ और सानंद रहें, यही शुभकामना है।
(विजय शंकर सिंह)