संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की आपातकालीन बैठक में चीन ने ईरान के परमाणु मिशन पर नकारात्मक स्थिति को लेकर चिंता व्यक्त की। चीन के प्रतिनिधि फू कोंग ने कहा कि इजरायल को संघर्ष कम करने के लिए तुरंत सैन्य कार्रवाई रोक देनी चाहिए और परमाणु ऊर्जा के शांतिपूर्ण उपयोग का सम्मान करना चाहिए। यह महत्वपूर्ण है क्योंकि चीन ऊर्जा बुनियादी ढांचे में ईरान का मुख्य सहयोगी है।
*चीन की चिंता के कारण:*
– *ऊर्जा सहयोग*: चीन और ईरान के बीच ऊर्जा क्षेत्र में मजबूत सहयोग है, जो दोनों देशों के लिए आर्थिक और रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है।
– *परमाणु समझौता*: मार्च में बीजिंग में ईरान और रूस के मंत्रियों की बैठक हुई थी, जिसमें ईरान पर लगे परमाणु प्रतिबंध हटाने पर चर्चा हुई थी।
– *क्षेत्रीय स्थिरता*: चीन क्षेत्रीय स्थिरता बनाए रखने में रुचि रखता है, क्योंकि किसी भी संघर्ष का प्रभाव व्यापक हो सकता है।
*UNSC में चीन की भूमिका:*
– *वीटो पावर*: चीन ने पहले भी संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में अपने वीटो पावर का उपयोग किया है, खासकर ऐसे मामलों में जहां उसके हित प्रभावित होते हैं।
– *कूटनीतिक प्रयास*: चीन कूटनीतिक प्रयासों के माध्यम से संघर्षों को शांतिपूर्ण तरीके से हल करने की कोशिश करता है ¹.