नेशनल डेस्क: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 मार्च को जैसे अचानक दुनिया में सबसे सख्त लॉकडाऊन लागू किया था, अब वह उसी तेजी से अर्थव्यवस्था को बड़े पैमाने पर खोलने की जल्दी में हैं। चार चरण के 17 दिन वाले लॉकडाऊन के बाद प्रधानमंत्री अब बिना कोई समय बर्बाद किए अर्थव्यवस्था को वापस तेजी से दौड़ाना चाहते हैं।
इसकी झलक मोदी की इस बात से मिलती है कि ‘अनलॉक-1’ में अर्थव्यवस्था का बड़ा हिस्सा खोला जा चुका है। दूसरा बड़ा अनलॉक 8 जून के बाद होगा। प्रधानमंत्री इस बारे में बिल्कुल स्पष्ट हैं कि देश को शाश्वत लॉकडाऊन में नहीं रखा जा सकता, बल्कि उसे तो तेजी से आगे बढऩे की जरूरत है। प्रधानमंत्री ने देश में लॉकडाऊन लागू करने के पक्ष में जोरदार वकालत की है तथा लगातार यह कहा है कि इससे हमें जिन नतीजों की उम्मीद थी, वे देश में दिखे हैं।
सी.आई.आई. के वर्चुअल कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कोरोना ने चाहे हमारी अर्थव्यवस्था धीमी कर दी है, परंतु हम लॉकडाऊन को बहुत पीछे छोड़ आए हैं और हम अनलॉक दौर में पहुंच गए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय व विशेषज्ञों की सलाह को किनारे कर प्रधानमंत्री बिल्कुल नई यात्रा पर निकल पड़े हैं।