रिपोर्ट शाबू ज़ैदी
आज दिनांक 11 /7/2020 इमामबाड़ा सिबतेनाबाद ,हजरतगंज तक़रीबन 173 साल पुराना इमामबाड़ा जिसका मुख्य गेट पर एक गैर कानूनी ढंग से रेस्टोरेंट संचालक के रंग रोग़न व विस्तार की वजह से कमज़ोर होकर गिर जाने के संबंध में व रूमी गेट मे दरार पडने एवं उसके नीचे से हैवी व्हीकल की आवाजाही को बंद करने व शाहनजफ़ इमामबाड़े की दीवारों की जर्जर हालत पर राजा झाउलाल सद्भावना मिशन के संस्थापक डॉ अनूप श्रीवास्तव व प्रवक्ता अली मीसम ने इन इमारतों को बचाने के लिए मुहिम चलाते हुए ऐतिहासिक इमारतों से प्रेम करने वाली विभिन्न हस्तियों व शिया धर्मगुरुओं ख़ासकर शिया पर्सनल ला बोर्ड के प्रवक्ता मौलाना यासूब अब्बास से उनके निवास स्थान पर मुलाक़ात की थी एवं उन सबको इस संबंध में सूचित करते हुए उनसे सहयोग की अपील की थी। मौलाना यासूब अब्बास ने सद्भावना मिशन के ज्ञापन को श्री राजनाथ सिंह तक पहुंचाने व इस संबंध में जल्द से जल्द कार्रवाई कराने की बात की थी। इन सब प्रयासों के मददेनजर कुछ दिन पूर्व राष्ट्रीय पुरातत्व विभाग( ASI) ने सिब्तैनाबाद के इमामबाड़े के मुख्य गेट के पुनर्निर्माण का एस्टीमेट स्वीकृत कर दिया ।इस संबंध में जब राजा झाऊलाल सद्भावना मिशन के संस्थापक डॉ अनूप श्रीवास्तव व सद्भावना मिशन के प्रवक्ता अली मीसम से फोन द्वारा बात करने पर, उन्होंने इस संबंध में तमाम उन लोगों को बधाई का पात्र माना है ,जिन्होंने इस मुहिम में अपना पूर्ण मन से योगदान दिया है ।सद्भावना मिशन के संस्थापक ने कहा कि ऐतिहासिक इमारतों को बचाने की मुहिम अभी ख़त्म नहीं हुई है ।अभी रूमी गेट आदि ऐसी बहुत-सी धरोहर है जिनके संबंध में जो विभाग इन धरोहरों का संचालन करते हैं, की लापरवाही की वजह से वह इमारतें आज जर्जर अवस्था में पहुंच चुकी हैं , जब तक उनको पुनः न खड़ा कर दें तब तक यह प्रयास चलता रहेगा। भारत की ऐतिहासिक इमारतों की वजह से दुनिया में हमारा देश पर्यटन के क्षेत्र में विशिष्ट स्थान रखता है एवं हमारे देश की एकता व अखंड भारत की छवि को संपूर्ण विश्व में स्थापित करता है।