वह 18 मई, 1974 की सुबह पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी जी अपने लॉन में आम जनता से मुलाकात कर रही थीं। तभी उन्हें एक खबर मिली जिसके बाद उनके चेहरे पर जीत की मुस्कान थी, क्योंकि भारत का पहला परमाणु परीक्षण सफल हो गया था।
सुबह नौ बजे आकाशवाणी के जरिये देशवासियों को बताया गया, “आज सुबह आठ बजकर पांच मिनट पर भारत ने पश्चिमी भारत के एक अज्ञात स्थान पर शांतिपूर्ण कार्यों के लिए एक भूमिगत परमाणु परीक्षण किया है।”
ऑपरेशन स्माइलिंग बुद्धा सफल हुआ। प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने देश के महान वैज्ञानिकों के साथ मिलकर एक मजबूत परमाणु ऊर्जा कार्यक्रम की नींव डाली थी, जो अपने अंजाम तक पहुंच गई। आयरन लेडी इंदिरा गांधी जी नेतृत्व में चंद देशों के विशेषाधिकार को तोड़ते हुए भारत परमाणु शक्ति संपन्न देश बन गया।
भारत को परमाणु शक्ति संपन्न बनाने वाली प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी जी, इस महान कार्य को अंजाम देने वाले सभी वैज्ञानिकों, विशेषज्ञों एवं तकनीकी सहायकों को नमन।