केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के तीन कृषि कानूनों के विरोध में किसानों के आंदोलन को 6 महीने से अधिक समय हो गया है। किसान कृषि कानूनों को वापस लेने और एमएसपी की अपनी मांग पर अड़े हुए हैं वहीं केंद्र सरकार भी पीछे हटने को तैयार नहीं है। कोरोना महामारी के दौरान भी आंदोलन खत्म करने के दबाव के बीच यह आंदोलन जारी रहा है। किसान आंदोलन के अग्रणी नेता और भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत आंदोलन के दौरान लगातार सक्रिय रहे हैं और केंद्र सरकार पर हमले करते रहे हैं।
अब उन्होंने कहा है कि जिस तरीके से देश में दवाओं की कालाबाजारी होती है इस तरह अनाज की कालाबाजारी किसान नहीं देंगे। राकेश टिकैत ने यह भी कहा कि किसान एक ही शर्त पर आंदोलन खत्म करेंगे। टिकैत ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से एक के बाद एक ट्वीट्स पर केंद्र सरकार पर हमला बोला है।