लखनऊ 23 अप्रैल 2020 उत्तर प्रदेश के युवा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ग्रामीण क्षेत्रों में आए व्यक्तियों हेतु रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए एक प्रस्तुतीकरण का अवलोकन किया एवं प्रदेश में आगामी 03 से 06 महीनों के भीतर कम से कम 15 लाख लोगों के रोजगार सृजन की ठोस कार्य योजना बनाने का निर्देश दिया है।
मुख्यमंत्री जी ने इसके संबंध में विभिन्न विभागों को एक सप्ताह के भीतर कार्य योजना बनाकर प्रस्तुत किए जाने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने कहा कि एम.एस.एम.ई., ओ.डी.ओ.पी., एन.आर.एल.एम., उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण, दीनदयाल उपाध्याय स्वरोजगार योजना, कौशल विकास मिशन, खादी ग्रामोद्योग तथा मनरेगा के माध्यम से रोजगार सृजन के कार्यों में तेजी लाई जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि लाॅकडाउन के बाद रोजगार सृजन और अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ बनाना चुनौती है, जिसके लिए अभी से तैयारी की जाए।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री शिक्षुता (अप्रेन्टिसशिप) प्रोत्साहन योजना के तहत युवाओं को उद्योगों में प्रशिक्षण के साथ-साथ ₹2,500 का मासिक प्रशिक्षण भत्ता प्रदान किए जाने की व्यवस्था की गई है। एक वर्ष में एक लाख युवाओं को यह सुविधा उपलब्ध करायी जाएगी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि इस योजना के तहत 02 लाख युवाओं को जोड़े जाने की कार्य योजना बनाए जाने की सम्भावनाओं को तलाशा जाए तथा रोजगार अथवा स्वरोजगार के माध्यम से आर्थिक स्वावलम्बन के लिए युवाओं को ‘युवा हब’ के माध्यम से भी ज्यादा से ज्यादा रोजगार उपलब्ध कराए जाएं।