लखनऊ 13 फरवरी 2020 राजधानी लखनऊ में सहारा अस्पताल के कर्मचारियों की लापरवाही से मर्च्युरी में रखे महिलाओं के शवों में अदला-बदली हो गई, जिसकी वजह से हिंदू परिवार ने मुस्लिम महिला के शव का दाह संस्कार कर दिया। मामले में खुलासा तब हुआ जब मुस्लिम परिवार शव लेने अस्पताल पहुंचा, यहां उसे हिंदू महिला का शव दिया गया। शव की पहचान सामने आने के बाद मामला पुलिस तक पहुंचा। अब दोनों परिवारों की अस्पताल प्रबंधन से बातचीत चल रही है।
एक ही दिन दोनों महिलाओं की मौत हुई थी।
दरअसल, अलीगंज की 72 वर्षीय इशरत मिर्ज़ा और 78 वर्ष की अर्चना गर्ग बीते कुछ दिनों से सहारा अस्पताल के न्यूरो आईसीयू में भर्ती थीं। 11 फरवरी को न्यूरो आईसीयू में दोनों महिलाओं की मौत हो गई। गर्ग परिवार ने 11 फरवरी को ही अर्चना समझकर इशरत का शव कब्ज़े में ले लिया। इसके बाद गर्ग परिवार ने अर्चना के धोखे में इशरत मिर्ज़ा का दाह संस्कार भी कर दिया और राख़ विसर्जित करने के लिए संगम चले गए।
दरअसल, अलीगंज की 72 वर्षीय इशरत मिर्ज़ा और 78 वर्ष की अर्चना गर्ग बीते कुछ दिनों से सहारा अस्पताल के न्यूरो आईसीयू में भर्ती थीं। 11 फरवरी को न्यूरो आईसीयू में दोनों महिलाओं की मौत हो गई। गर्ग परिवार ने 11 फरवरी को ही अर्चना समझकर इशरत का शव कब्ज़े में ले लिया। इसके बाद गर्ग परिवार ने अर्चना के धोखे में इशरत मिर्ज़ा का दाह संस्कार भी कर दिया और राख़ विसर्जित करने के लिए संगम चले गए।