26 रमज़ान 18 अप्रैल 2023
कार्यालय आयतुल्लाह अल उज़मा सैय्यद सादिक़ हुसैनी शीराज़ी से जारी हेल्प लाइन पर नीचे दिए गये प्रश्नो के उत्तर मौलाना सैयद सैफ अब्बास नक़वी एवं उलेमा के पैनल ने दिए-
लोगों की सुविधा के लिए ‘‘शिया हेल्पलाइन’’ कई वर्षों से धर्म की सेवा कर रही है, इसलिए जिन मुमेनीन को उनके रोज़ा, नमाज़ या किसी अन्य धार्मिक समस्या के बारे में संदेह है, तो वह तमाम मराजए के मुकल्लेदीन के मसाएले शरिया को जानने के लिए सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे आप इन नंबरों 9415580936, 9839097407 पर तक संपर्क कर सकते हैं। एवं ईमेलः उंेंम स786/हउंपसण्बवउ पर संपर्क करें।
नोट- महिलाओं के लिए हेल्प लाइन शुरू की गयी है जिस मे महिलाओं के प्रश्नों के उत्तर खातून आलेमा देेगीं इस लिए महिलाओं इस न0 पर संपर्क करें। न0 6386897124
सवाल-क्या फितरे के पैसे को अच्छे कार्य करने वाले संस्थान को दिया जा सकता है ?
उत्तर: फितरे के पैसे को जल्द से जल्द गरीब को देना चाहिए ताकि गरीब ईद मना सके अकाए सीसतानी दामत बरकात ने संस्थान को देना मना किया है।
सवाल-क्या फितरा निकालते समय नियत करना आवष्यक है ?
उत्तर: फितरा देते समय मनुष्य को चाहिए कि नियत करे कि ईष्वर ﴾अल्लाह तआला )के आदेश की पूर्ति करते हुए फितरा निकाल रहा हूॅ।
सवाल- अगर कोई शख्स रमज़ान के महीने में फ़ितरा दे तो क्या हुक्म है?
जवाब- अगर कोई वक्त से पहले फितरा दे तो उसे कर्ज के तौर पर देना चाहिए और जब फितरा निकाले तो उसमें कर्ज का हिसाब कर लेना चाहिए।
सवाल- फ़ितरा निकालने का समय क्या है?
जवाब-फ़ितरा ईद की रात से लेकर ईद के दिन ज़ोहर से पहले तक निकालना जाना चाहिए। लेकिन अगर कोई व्यक्ति भूल गया है, तो इसे बाद में दिया जा सकता है।
सवाल-क्या हर शख्स पर फितरा वाजिब है?
जवाब-साल भर का अपना और अपने परिवार का खर्च चलाने वाले को फितरा देना वाजिब है।