लखनऊ:/कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने सर्वोच्च न्यायालय के तथाकथित आरोपियों की फोटो व पता युक्त होर्डिंग लगाए जाने वाले मामले पर सरकार को कोई राहत न देने का स्वागत किया। लल्लू ने कहा कि एक बार फिर सर्वोच्च न्यायालय ने भाजपा सरकार द्वारा संविधान में प्रदत्त लोगों के मौलिक अधिकारों का हनन होने से बचा लिया। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के राजगोपाल बनाम तमिलनाडु सरकार वाद का हवाला देते हुए कहा कि यूपी सरकार लोगों की निजता के अधिकार का हनन कर रही है। यह मौलिक अधिकार है और कोई भी सरकार मौलिक अधिकार द्वारा प्रदत्त निजता के अधिकार का हनन नहीं कर सकती। न्यायालय ने पूछा कि सरकार ने किस कानून के तहत होर्डिंग लगाने का फैसला लिया है। सर्वोच्च न्यायालय का यह सवाल हाईकोर्ट के फैसले का समर्थन व योगी सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि हम शुरू से कह रहे हैं कि सरकारें देश के कानून और संविधान से चलती हैं। लेकिन यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ इसे अपना मठ समझ रहे हैं। संविधान के खिलाफ उनका यह हठयोग नहीं चलेगा।
लल्लू ने कहा कि यह कितना विरोधाभासी है कि जिस व्यक्ति पर दर्जनों बार साम्प्रदायिक हिंसा भड़काने व जिसके द्वारा संचालित संगठन पर ऐसे तमाम दंगों में संलिप्तता के आरोप लगे हों। वह व्यक्ति शांतिपूर्ण तरीके से विरोध कर रहे लोगों को दंगाई बता रहा है। संविधान में हर व्यक्ति को शांतिपूर्ण ढंग से आन्दोलन-प्रदर्शन करने व सरकार के फैसलों से असहमत होने का पूर्ण अधिकार है। इसे कोई भी सरकार रोक नहीं सकती।
अजय कुमार लल्लू ने कहा कि जबसे केन्द्र व प्रदेश में भाजपा सरकार में आयी है। पूरी सरकार दलित, पिछड़ा, आदिवासी, अल्पसंख्यक समाज के हितों पर लगातार कुठाराघात कर रही है। संविधान प्रदत्त उनके अधिकारों को छीनकर पुनः निरीह बनाना चाहती है। कांग्रेस पार्टी हर वर्ग के हितों के लिए भारतीय संविधान द्वारा प्रदत्त अधिकारों की सुरक्षा बनाये रखने के लिए निरन्तर संघर्ष करती रहेगी। उनके हितों की रक्षा के लिए खड़ी रहेगी।