लखनऊ 27 जनवरी 2020 आज समाजवादी पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ यशवंत सिन्हा पूर्व वित्त मंत्री और फिल्म कलाकार शत्रुघ्न सिन्हा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। यशवंत सिन्हा ने कहा कि 9 जनवरी को शुरु हुई गांधी शांति यात्रा 30 जनवरी को समाप्त होगी।
3 संगठनों के लोग मिलकर यह शांति यात्रा निकाल रहे हैं। सत्य और अहिंसा का संदेश लेकर यह यात्रा निकाली जा रही है।
उन्होंने कहा कि आज देश में अशांति इसलिए है क्योंकि सरकार ने कुछ ऐसे कदम उठाएं हैं जिससे यह हाल है। नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा संशोधन कानून और एनआरसी की घोषणा से लोग डरे हुए हैं।
सरकार की आर्थिक स्थिति से किसानो की समस्या बढ़ी है और युवाओं की बेरोजगारी बढ़ी है।
महिला द्वारा शांति से धरना देने पर उनके रजाई और कंबल छीने जा रहे है क्या ये आतंकी हरकत नही है? उन्होंने कहा कि कानून के बारे में बस तीन बातें कहूंगा कि यह संविधान के ढांचे के खिलाफहै। इस कानून की आवश्यकता नहीं थी पहले के कानून में ही सरकार जिसे चाहे नागरिकता दे।
जिस भाषा का प्रयोग किया है उसके अनुसार इस कानून का इम्पलीमेंटेशन नहीं हो सकता है।
हज़ारो लोगों को इसी सरकार ने नागरिकता दिया ।
यूपी के ज़िले ज़िले में लोगो की पहचान कर ली गई कि किसे नागरिकता दी जाए।
प्रेस वार्ता के दौरान ज्यादा बातचीत हालांकि यशवंत सिन्हा ने ही की, लेकिन आखिर में शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि “सीएए और एनआरसी का हम डंके की चोट पर विरोध करते रहेंगे. यह देश विरोधी है और इसका विरोध तब तक नहीं रुकेगा जब तक सरकार इसको वापस न ले ले.” शत्रुघ्न ने अपने फ़िल्मी अंदाज में पत्रकारों की चाहत पर अपना मशहूर डायलॉग “खामोश” भी सुनाया।