लखनऊ 20 मार्च 2020 जहाँ एक तरफ धर्मगुरुओ की तरफ से बड़ी मस्जिदों मे जुमे की नमाज़ ना पढ़ने की अपील की गयी थी तो वहीं उस अपील की फ़ज़ीहत उड़ाते हुए शिया-सुन्नी ने एक साथ मिलकर मौलाना फज़ले मन्नान रहमानी की इमामत मे ऐतिहासिक टीले वाली मस्जिद मे जुमे की नमाज़ अदा की।
मौलाना फज़ले मन्नान और मेराज हैदर ने सयुंक्त प्रेसवार्ता मे नमाज़ से बाद कहा कल गुरुवार को घंटाघर मे पुलिस जिस बर्बरता से महिलाओं पर ज़ुल्म किया है वो निंदनीय है, उन्होंने बताया पुलिस ने किस तरह पवित्र क़ुरान की बेहुरमती की है और नमाज़ पढ़ने के कपड़े को जूतों से रौदा है जो ना क़ाबिले बर्दाश्त है जिसकी जितनी निंदा की जाए उतना कम है।
मौलाना फज़ले मन्नान ने अपनी तक़रीर मे कुछ लोगो को फटकार लगाते हुए कहा जो लोग नमाज़े जुमा को लेकर बड़ी-छोटी मस्जिद की राजनीत कर रहे है उनको बाज़ आना चाइये।
मौलाना मन्नान ने जुमा की विशेषता बताते हुए बताया की इस्लाम मे जुमा की एक खासियत है जो सिर्फ मस्जिद मे ही जुमा पढ़ी जा सकती है।जो घर मे पढ़े वो जुमा हो ही नहीं सकता
मौलाना फज़ले मन्नान ने कोरोना वायरस को लेकर नमाज़ियों से अपील की वो साफ सफाई का विशेष ध्यान रखे, मास-सेनिटाइज़र का प्रयोग करें और डॉक्टर्स की सलाह लेते रहे।
शिया समाज की तरफ से मेराज हैदर सहित काफ़ी संख्या मे लोगो ने टीले वाली मस्जिद पहुंच कर मौलाना फज़ले मन्नान की इमामत मे जुमा की नमाज़ अदा की और कोरोना वायरस से मुक्ति व देश मे अमनो अमान के लिए विशेष दुआ की।
मेराज हैदर ने मीडिया को बताया जहाँ एक ओर जामा मस्जिद मे नमाज़ ना पढ़ने की अपील की जा रही है तो वही मौलाना फज़ले मन्नान एक अकेले वाहिद शख्स है जिन्होंने शिया-सुन्नी समेत सैकड़ो नमाज़ियों की इमामत की और मुल्क की सलामती के लिए दुआ की जो क़ाबिले तारीफ काम है और हमारे लिए गर्व की बात है। उन्होने कोरोना वायरस को लेकर कहा देश मे फैले इस वायरस का इलाज डॉक्टर्स और वज्ञानिक निकाल लेगे पर देश मे फैले नफरत के वायरस को कैसे रोका जाएगा, इस पर भी गौर फ़िक्र होना चाइये
अंत मे मौलाना फज़ले मन्नान और मेराज हैदर ने कोरोना वायरस को लेकर लोगो से अपील की है इस वायरस से डरने की नहीं बल्के सतर्क रहने की ज़रूरत है, साफ-सफाई का विशेष ध्यान दे और मास-सेनेटाइजर का ज़रूर उपयोग करें।