9 मई, लखीमपुर, 2020। कोरोना महामारी के चलते सरकार द्वारा लगाये गये लॉक डाउन में जहां एक तरफ लोग घरों में कैद हैं। वहीं, जालसाजों का गिरोह पूरी तरह सक्रिय हो गया है। साइबर क्राइम करने वाले लोगों को ठगने के लिये नये-नये हथकण्डे अपना रहे हैं। ठगी का ऐसा ही एक मामला लखीमपुर में सामने आया है।
जिला युवा उद्योग व्यापार मंडल, लखीमपुर खीरी के महामंत्री अर्जित अग्रवाल ने शुक्रवार को जानकारी देते हुए बताया कि कुछ दिनों से लखीमपुर खीरी जनपद में पश्चिम बंगाल एवं राजस्थान से फ्रॉड करने हेतु कॉल आ रही है। जिसमें जालसाज व्यापारियों से उनके व्यापार से संबंधित कोई भी सामान खरीदने का प्रलोभन देकर उनसे फोन-पे, गूगल-पे, पेटीएम या एटीएम कार्ड की जानकारी भुगतान हेतु मांगते हैं। वहीं, जैसे ही कोई व्यापारी उनको अपनी पर्सनल डिटेल्स और बैंक संबंधी कोई जानकारी देते हैं, जालसाज उनके अकाउंट से सारा पैसा निकाल लेते हैं। पिछ्ले दिनों ऐसे कई मामले सामने आए हैं।
इतना ही नहीं, जालसाज फ्रॉड करने के लिये विभिन्न उद्योगों से जुड़े उद्यमियों और उनके व्यापार से संबंधित पूरी जानकारी गूगल, जस्ट डायल आदि सर्च पोर्टल से बड़ी आसानी से निकाल लेते हैं।
अर्जित अग्रवाल ने बताया कि पिछले कुछ दिनों में मेरे पास निम्न नंबरों (9812606319, 9350527108) से काफी कॉल आई हैं, परंतु हर बार जालसाजों की आपराधिक मंशा को भांपकर उनकी हर कोशिश को विफल कर चुका हूं।
उनका कहना है कि इस संदर्भ में प्रशासन भी बहुत कुछ कर पाने में असमर्थ है इसलिए जागरूकता ही इसका एकमात्र उपाय है।
उन्होंने कहा कि यही वजह है कि इस तरह के फ्रॉड के मामले सामने आने और खुद मेरे पास ऐसे कॉल आने के बाद मैं अपने सभी व्यापारी भाइयों व अन्य लोगों को जालसाजों से सावधान रहने के प्रति जागरूक करने की मुहिम चला रहा हूं।
सोशल मीडिया के जरिए मैं सभी व्यापारियों व व्यापारिक स्टाफ आदि को भी सचेत करने की सलाह दे रहा हूं ताकि इस मंदी के दौर में कहीं आप अपनी गाढ़ी कमाई ऐसे जालसाजों के प्रलोभन में आकर खो न दें।
किसी को न दें अपनी बैंक डिटेल्स
वह कहते हैं कि मेरी सभी लोगों को यह सलाह है कि कृपया किसी भी दशा में किसी अनजान व्यक्ति को कभी भी अपने बैंक या ऑनलाइन वॉलेट से संबंधित कोई भी जानकारी साझा न करें।