लखनऊ 5 अप्रैल 2020 जिलाधिकारी लखनऊ अभिषेक प्रकाश ने एक बड़ा और महत्वपूर्ण फ़ैसला लिया है।
उन्होंने कहा कि कोई भी स्कूल तीन महीने की फीस अप्रैल में नहीं वसूल सकता है और 3 महीने की फ़ीस नही जमा होने पर स्कूल नाम भी नही काट सकता है।
जिला प्रशासन ने सभी स्कूलों को सख़्त निर्देश जारी किया है। लखनऊ जिलाधिकारी महोदय ने स्कूलों से कहा कि लाकडाउन में जनता से अप्रैल,मई, जून की फ़ीस नही वसूलें साथ ही यह भी कहा कि किसी भी बच्चे को ऑनलाइन शिक्षा से नही रोका जा सकता है।
स्कूलों से लगातार भेजे जा रहे फ़ीस वसूली के SMS से जिलाधिकारी बेहद नाराज़ दिखाई दिए। उन्होंने कहा कि स्कूल 3 महीने की फीस बाद में समायोजित कर सकते हैं।
डीएम अभिषेक प्रकाश के इस फैसले ने लाखों माता -पिता को दिया बड़ी राहत दी है।
इसी संबंध में डॉ दुर्गेश सोनकर ,डॉ आकाश विक्रम समाजसेवी ने जिला अधिकारी महोदय से अपील करते हुए कहां कि बाद में समायोजन के समय अभिभावकों पर दुगना भार पड़ जाएगा क्योंकि जिस तरह से कारोबार ठप्प हो गया है उससे उबरने में समय लगेगा। इतनी जल्दी अभिभावक इतनी मोटी रकम का इंतजाम कहां से करेगा। अभिभावकों के लिए राहत इसी में है कि उक्त शुल्क को माफ यह तीन महीने की शुल्क राशि को बाकी बचे हुए महीनों में किस्तों के रूप में लिया जाये।