लखनऊ 18 अप्रैल 2020 राजधानी में कोरोना वायरस का प्रकोप नहीं थम रहा है। शुक्रवार देर शाम 64 लोगों में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है। इसमें 11 के रिपीट टेस्ट हुए हैं। वहीं, 53 नए कोरोना पॉजिटिव मामले सामने आए हैं। इनमें 44 तब्लीगी जमात के हैं। इस सभी को जीसीआरजी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। इसमें से नौ मरीज शहर के निवासी दो नजीराबाद, दो तोपखाना, पांच सदर के हैं। बता दें, लखनऊ में अब कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 172 हो गई है।
बता दें, बीते दिन शुक्रवार को सबसे चिंताजनक खबर डालीगंज के मौसमगंज मुहल्ले से आई। एक निजी अस्पताल के आइसीयू में तैनात स्वास्थ्यकर्मी कोरोना पॉजिटिव मिला। यहां सदर निवासी पूर्व पार्षद के पिता भर्ती हुए थे, जिनमें कोरोना पाया गया था। यही वजह है, प्रशासन ने एहतियातन मौसमगंज को हॉटस्पॉट घोषित कर दिया। हॉस्पिटल बंद कर 17 कर्मचारियों क्वारंटाइन किए गए हैं। पॉजिटिव मरीजों में चार पुरुष, तीन महिलाए हैं। वहीं कांटेक्ट ट्रेसिंग के आधार पर 197 संदिग्ध के सैंपल जांच के लिए भेजे गए। बीते दिन सुबह तक सात नए संक्रमित ही सामने आए थे। वहीं, दो मरीजों ने अन्य पीड़ितों की अपेक्षा सबसे लंबी लड़ाई के बाद कोरोना को हराकर जिंदगी की नई डगर पर कदम बढ़ा दिए।
शहर में कोराना की रफ्तार धीमी बेशक पड़ी है मगर, सिलसिला थमा नहीं है। तमाम इलाकों से गुरुवार को 188 संदिग्ध मरीजों के सैंपल लिए गए थे। केजीएमयू में जांच के बाद शुक्रवार सुबह तक सात लोगों में वायरस की पुष्टि हुई थी। रिपोर्ट से पता चलता है कि सदर बाजार की स्थिति अभी भी गंभीर बनी हुई है। सात में से छह मरीज इसी इलाके के निकले।
मुश्किल हालात के बीच खुशखबरी भी सामने आई। केजीएमयू में में भर्ती जीजा-साली एक साथ कोरोना को मात दे दी। सबसे लंबी लड़ाई के बाद दोनों अब पूरी तरह ठीक हैं। दोनों ही केजीएमयू के संक्रमित डॉक्टर के रिश्तेदार हैं, जो मां के इलाज के लिए घर पर ठहरे थे।
लखनऊ में अब कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 172 हो गई है। जिसमें तब्लीगी जमात के ज्यादर शामिल हैं। इन मरीजों में लखनऊ के निवासी सबसे अधिक हैं। बता दें, शुक्रवार सुबह 119 तक पॉजिटिव मरीजों का आकड़ा पहुंचा था। वहीं, 15 अप्रैल को शहर में पहली मौत हुई थी।