राजधानी लखनऊ वासी जहां कोोरोना संक्रमित अपने परिवार के सदस्य को अस्पताल में उपचार हेतु भर्ती नहीं करा पा रहे हैं वहीं दूसरी तरफ उनकी मृत्यु के पश्चात बैकुंठधाम व गुलाला घाट पर शवों की लंबी कतार लगी रही अगर देखा जाए तो बैकुंठधाम और गुलाला घाट पर शवों की संख्या 200 से ज्यादा पहुंच गई इसमें लगभग 120 शो करो ना संक्रमित थे सोमवार मंगलवार को बैकुंठ धाम में सौ की संख्या में बढ़ोतरी हुई।
लखनऊ के हालात ज्यादा खराब हो चुके हैं कि बैकुंठ धाम और गुलाला घाट में अंतिम संस्कार करने के लिए लकड़ियां ब्लैक की जा रही हैं।
जो रही सही कसर थी उसको शासन प्रशासन और सरकार ने पूरा कर दिया प्राइवेट अस्पतालों को भी कोविड-19 में परिवर्तित करके नहीं दूसरे शब्दों में कहा जाए तो सरकारी नियंत्रण लेकर किया नहीं जो जनता को व्यक्तिगत तौर पर इलाज मिल रहा था वह भी बंद हो गया है इससे मरने वालों की संख्या आने वाले दिनों में और बढ़ेगी लेकिन सरकार इस पर विचार नहीं कर रही है।