लखनऊ 28/5/2020
पूरी दुनिया कोविड-19 यानी क्रोना वायरस के संक्रमण से प्रभावित है भारत देश भी इससे अछूता नहीं है पूरे भारत में कुल कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या डेढ़ लाख से ऊपर हो चुकी है। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ जो रेड जोन में है वहां खुलेआम लाक डॉउन की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। बालागंज चौराहे पर जहां एक तरफ लाक डॉउन के नियमों का पालन नहीं हो रहा है। सोशल डिस्टेंसिंग को दरकिनार कर लोग खाद्य सामग्री की दुकानों पर भीड़ लगाए हैं वहीं दूसरी तरफ चंद कदम दूर पुलिस वाले बाइक सवारों को चेकिंग के नाम पर रोक कर चालान कर रहे हैं। बालागंज चौराहे पर बहुत सी अस्थाई दुकानें खुली हुई है जहां पर भीड़ जमा है जिसमें चाय बेचने वाले स्टाल हैं। सोच की बात यह है पुलिस के लोग जो वहां पर ड्यूटी कर रहे हैं उनका ध्यान इस भीड़ की तरफ नहीं है जहां सोशल डिस्टेंसिंग का पालन बिल्कुल भी नहीं किया जा रहा है बल्कि उनका ध्यान आने जाने वाले दोपहिया वाहनों पर है। हद तो यह हो गई कि विकलांग को भी रोक लिया गया जिसे आप चित्र में देख सकते हैं।
सरकार पहले ही कह चुकी है कि गाड़ी के जो कागजात एक्सपायर हो रहे हैं उनकी वैलिडिटी 30 जून तक रहेगी और लॉक डाउन बनने के बाद ऑटोमेटिकली उसकी वैलिडिटी आगे तारीख में स्थानांतरित हो जाएगी लेकिन इसके बावजूद पुलिस वाले रोक कर गाड़ियों को चेक कर रहे हैं जबकि उन्हें सिर्फ मास्क और हेलमेट चेक करना चाहिए।