लखनऊ 5 जून 2020
आज विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर रेस्पाइरेटरी मेडिसिन विभाग में वृक्षारोपण का कार्यक्रम
आयोजित किया गया।
इस अवसर पर विभाग के सामने स्थित पार्क में 21 पौधों का पौधारोपरण किया गया। वृक्षारोपण कार्यक्रम के आयोजक व विभाग के विभागाध्यक्ष डा0 सूर्यकान्त ने बताया कि वर्ष 1974 से प्रतिदिन 05
जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है। इस वर्ष की थीम जैव विविधता है, अर्थात विश्व में
सभी जीव जन्तुओ एवं वनस्पितियों के विभिन्न प्रकारो का संरक्षण करना है, जिसमे पर्यावरण को प्रदूषित होने से बचाया जा सके एवं इन सभी प्रजातियों को संरक्षित किया जा सके। डा0 सूर्यकान्त
ने बताया कि भारत में पिछले 50 वर्षो में 50 प्रतिशत पेड़ काट दिये गये जिससे हमारे पर्यावरण को
बहुत नुकसान हुआ। बहुत से पेड़ पौधों की प्रजातियां विलुप्त हो गयीं, जिससे जैव विविधता को गंभीर नुकसान हुआ। डा0 सूर्यकान्त, जो कि इंडियन कालेज आफ एलर्जी, अस्थमा एण्ड एप्लाइड इम्मयूनालोजी के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं, ने बताया कि पिछले तीन दशकों में बढ़े हुए प्रदूषण के कारण
एलर्जी, अस्थमा, एवं सांस के अन्य रोग काफी संख्या में बढे हैं। भारत में भी अस्थमा के लगभग 3.5 करोड़ रोगी हैं।
डा0 सूर्यकान्त ने बताया कि व्यक्ति के जीवित रहने के लिए आॅक्सीजन बेहद जरूरी है। हमारे जीवन की शुरूआत होती है पहली सांस से और समापन होता है अंतिम सांस से। उन्होने बताया कि हम एक मिनट में 15 बार सांस लेते हैं तथा प्रति एक बार में आधा लीटर सांस फेफड़े के अंदर लेते हैं
एक सामान्य व्यक्ति को एक दिन में 350 लीटर आॅक्सीजन की आवश्यकता पड़ती है, जो हमें पेड पौधों से निःशुल्क मिलती है। अगर यह आॅक्सीजन जीवन भर खरीदनी पडे़ तो एक व्यक्ति को अपने सम्पूर्ण जीवन हेतु करीब 05 करोड़ रूपये खर्च करने पडे़गे। अतः पेड़ पौधो का हमें हमेशा सम्मान व संरक्षण करना चाहिए तथा किसी भी शुभ कार्य के उपलक्ष्य में पौधा रोपड़ जरूर करना चाहिए।
डा0 सूर्यकान्त ने सभी का आह्वान करते हुए कहा है कि चाहे किसी के घर मे जन्मदिन हो या शादी की सालगिरह हो या अन्य कोई शुभ काम हो ऐसे मे सभी को पौधारोपण अवश्य करना चाहिए।
ज्ञात रहे कि डा0 सूर्यकान्त ने कई वर्षों से विशेष अवसरों पर पौधारोपण की मुहिम चला रखी है।
आज के इस वृक्षारोपण कार्यक्रम में के0जी0एम0यू0 के सी0एम0एस0 डा0 एस0एन0 शंखवार मुख्य
अतिथि के रूप में उपस्थित रहे व विभाग के चिकित्सक डा0 एस0के0 वर्मा, डा0 आर0ए0एस0 कुशवाहा,
डा0 संतोष कुमार, डा0 अजय कुमार वर्मा, समस्त जूनियर रेजीडेन्ट एवं चिकित्सा कर्मी उपस्थित रहे। यह जानकारी स्वयं डा0 सूर्यकान्त प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष रेस्पाइरेटरी मेडिसिन विभाग,के0जी0एम0यू0, लखनऊ एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष, इंडियन कालेज आॅफ
एलर्जी, अस्थमा एण्ड एप्लाइड
इम्मयूनोलोजी ने दी।