पुंछ, जम्मू-कश्मीर (24 मई 2025): लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने शनिवार को जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले का दौरा किया,
जहां उन्होंने हाल ही में पाकिस्तान द्वारा की गई गोलाबारी और ड्रोन हमलों से प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लिया।
इस दौरे के दौरान उन्होंने पीड़ित परिवारों और स्कूली बच्चों से मुलाकात की,
साथ ही क्षतिग्रस्त धार्मिक स्थलों का दौरा कर वहां प्रार्थना की और नुकसान का आकलन किया।
राहुल गांधी सुबह करीब 9 बजे जम्मू हवाई अड्डे पर उतरे और वहां से हेलीकॉप्टर के जरिए पुंछ पहुंचे। उनके साथ कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी रमण भल्ला,
युवा नेता नीरज कुंदन और जम्मू-कश्मीर कांग्रेस अध्यक्ष तारिक हमीद कर्रा भी मौजूद थे।
क्राइस्ट स्कूल में बच्चों से मुलाकात
पुंछ पहुंचने के बाद राहुल गांधी सबसे पहले क्राइस्ट स्कूल गए, जहां उन्होंने पाकिस्तानी गोलाबारी से प्रभावित स्कूली बच्चों से बातचीत की।
उन्होंने बच्चों का हौसला बढ़ाते हुए कहा, “आप बहुत बहादुर बच्चे हैं, हमें आप पर गर्व है। चिंता न करें, सब कुछ जल्द ठीक हो जाएगा।
आप खूब पढ़ाई करें, खेलें और दोस्त बनाएं।” बच्चों ने राहुल गांधी के साथ सेल्फी भी ली। तारिक हमीद कर्रा ने कहा, “पुंछ में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। राहुल गांधी यहां बच्चों और पीड़ितों से मिलकर उनकी हिम्मत बढ़ाने आए हैं।”
गीता भवन मंदिर और गुरुद्वारा दौरा
राहुल गांधी ने गीता भवन मंदिर और गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा का दौरा किया, जो पाकिस्तानी गोलाबारी और ड्रोन हमलों में क्षतिग्रस्त हुए थे। उन्होंने मंदिर में प्रार्थना की और वहां मौजूद पीड़ित परिवारों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनीं। गुरुद्वारे में भी उन्होंने नुकसान का जायजा लिया और शोक संतप्त परिवारों को सांत्वना दी। कांग्रेस की जम्मू-कश्मीर इकाई के अध्यक्ष तारिक हमीद कर्रा ने बताया कि राहुल गांधी ने गोलाबारी से प्रभावित सभी प्रमुख संस्थानों, जैसे मंदिर, गुरुद्वारा और मिशनरी स्कूल, का दौरा किया।
पीड़ित परिवारों से मुलाकात और एकजुटता का संदेश
राहुल गांधी ने गोलाबारी में मारे गए लोगों के परिजनों और प्रभावित परिवारों से मुलाकात की। उन्होंने पीड़ितों के प्रति सहानुभूति जताते हुए कहा कि सरकार उनकी मदद कर रही है और स्थिति जल्द सामान्य होगी। उन्होंने यह भी जोर दिया कि सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वाले लोग देश के असली सिपाही हैं और उनकी सुरक्षा सरकार की प्राथमिकता होनी चाहिए। जम्मू-कश्मीर कांग्रेस के प्रवक्ता रविंदर शर्मा ने बताया कि राहुल गांधी का यह दौरा केवल औपचारिकता नहीं, बल्कि पीड़ितों के साथ एकजुटता दिखाने और उनकी आवाज उठाने का प्रयास है।
दौरे का पृष्ठभूमि और महत्व
यह दौरा 7 से 10 मई के बीच हुए भारत-पाकिस्तान सैन्य संघर्ष के बाद हुआ, जिसमें पुंछ समेत जम्मू क्षेत्र में पाकिस्तान की ओर से भारी गोलाबारी और ड्रोन हमले हुए थे। इन हमलों में 27 लोग मारे गए और 70 से अधिक घायल हुए। 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद यह राहुल गांधी का जम्मू-कश्मीर का दूसरा दौरा है। इससे पहले 25 अप्रैल को उन्होंने श्रीनगर में घायलों और प्रभावित परिवारों से मुलाकात की थी और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला व उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से चर्चा की थी।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा, “राहुल गांधी का यह दौरा पीड़ितों के दर्द को समझने और उनकी आवाज को राष्ट्रीय स्तर पर उठाने का प्रयास है।” मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी राहुल गांधी के दौरे की सराहना करते हुए कहा, “यह अच्छी बात है कि वे लोगों से मिलने और उनकी हमदर्दी जताने आ रहे हैं।”
आगे की योजना
राहुल गांधी ने पुंछ में करीब तीन घंटे बिताए और इसके बाद श्रीनगर के लिए रवाना हुए, जहां वे नियंत्रण रेखा (LoC) के पास रहने वाले अन्य पीड़ितों से मिले। इसके बाद वे दिल्ली लौट गए। इस दौरे में उन्होंने स्थानीय कांग्रेस नेताओं के साथ सुरक्षा व्यवस्था पर भी चर्चा की।
राहुल गांधी का यह दौरा न केवल पीड़ितों के प्रति उनकी संवेदनशीलता को दर्शाता है, बल्कि सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति और सुरक्षा के लिए एकजुटता का संदेश भी देता है।