महाराष्ट्र राजनीति में आज का दिन हमेशा याद किया जायेगा। इसलिए नहीं कि एक महीने से चला आ रहा गतिरोध अप्रत्याशित रूप से समाप्त हो गया। बल्कि इसलिए कि आश्चर्यजनक तरीके से देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री और एनसीपी नेता अजीत पवार ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली।
महाराष्ट्र में नई सरकार के गठन को लेकर कई तरह की चर्चाएं चल रही हैं। इन सबके बीच भाजपा नेता नितिन गडकरी ने महाराष्ट्र सरकार के गठन पर कहा, ‘मैंने पहले ही कहा था कि क्रिकेट और राजनीति में कुछ भी हो सकता है। आज के दौर में राजनेता पूरी तरह से राजनीति को गन्दा एवं भ्रष्टाचार से युक्त करना चाहते हैं।
एनसीपी चीफ शरद पवार और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने भाजपा को लेकर जमकर भड़ास निकाली। शरद पवार ने कहा कि उन्हें इस फैसले के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। इसके साथ ही उन्होंने शिवसेना के साथ रहने का ऐलान किया । यह वक्तव्य भी भूल-भुलैया की तरह है ।
शरद पवार के अनुसार अजीत पवार ने राज्यपाल को एनसीपी विधायकों के समर्थन की जो सूची सौंपी है वह सही नहीं है। इस बात को लेकर क्या कहा जाए- सेटिंग या बेटिंग ?
बहरहाल आज राजनीति का एक अद्भुत चेहरा सामने आया है। शरद पवार राजनीति के पितामह समान हैं। शायद इसीलिए आज का घटनाक्रम सामने आया।
इस घटनाक्रम से यह बात भी साफ हो गई कि राजनीति का मकसद सिर्फ़ सत्ता है। बीते कुछ वर्षों से राजनीति में सत्ता के लोभियों की संख्या बहुत ज्यादा हो गई है। रही सही कसर भ्रष्टाचार ने पूरी कर दी। जब अवसरवादी सत्ता की कुर्सी पर आसीन होंगे तो जनता को न्याय नहीं मिल सकता है।
बहरहाल पवार ग्रुप ने पावर में आने के लिए जो पुअर परफॉर्मेंस दी है वह राजनीति के पावर को घटाने के लिए काफी है।
जय हिन्द।
सैय्यद एम अली तक़वी
ब्यूरो चीफ- दि रिवोल्यूशन न्यूज
निदेशक- यूरिट एजुकेशन इंस्टीट्यूट
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