दिल्ली में यमुना सफाई को लेकर हाल ही में एक महत्वपूर्ण बैठक हुई, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गृह मंत्री अमित शाह और दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना के साथ यमुना नदी की वर्तमान स्थिति और उसके पुनर्जीवन से जुड़ी योजनाओं की समीक्षा की। इस बैठक में यमुना नदी की सफाई के लिए तीन स्तर की योजना पर विचार-विमर्श किया गया, जिसमें अल्पकालिक, मध्यम अवधि और दीर्घकालिक गतिविधियां शामिल हैं।
*यमुना सफाई के लिए प्रमुख बिंदु:*
– *अर्बन रिवर मैनेजमेंट प्लान*: दिल्ली शहर की जल आपूर्ति व्यवस्था में सुधार के लिए एक अर्बन रिवर मैनेजमेंट प्लान तैयार किया जाएगा, जिसे दिल्ली मास्टर प्लान के साथ जोड़ा जाएगा।
– *जन भागीदारी आंदोलन*: प्रधानमंत्री मोदी ने सुझाव दिया कि यमुना नदी को लेकर लोगों के बीच सम्मान और जुड़ाव की भावना पैदा करनी होगी, खासकर युवाओं को नदी के संरक्षण अभियान से जोड़ने पर ध्यान देना होगा।
– *स्पेस टेक्नोलॉजी का उपयोग*: नालों और सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट्स की निगरानी के लिए रियल टाइम डेटा इकट्ठा करने के लिए सर्वोत्तम उपलब्ध तकनीक का उपयोग किया जाएगा, जिसमें अंतरिक्ष तकनीक का सहारा लिया जा सकता है।
– *छठ पूजा के लिए विशेष ध्यान*: प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि छठ पूजा के दौरान दिल्ली के लोगों के अनुभव में सुधार होना चाहिए, इसके लिए नदी और उसके किनारों की सफाई, बेहतर पहुंच और सुविधा सुनिश्चित करना जरूरी है।
इस बैठक का उद्देश्य यमुना नदी की सफाई और संरक्षण के लिए एक व्यापक योजना तैयार करना है, जिसमें सरकार, जनता और अन्य हितधारकों की भागीदारी सुनिश्चित की जा सके।