आज दिनांक 17 8 2020 ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड के प्रवक्ता मौलाना यासूब अब्बास ने हिंदुस्तान मे मोहर्रम के जुलूस को लेकर आज देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पीएमओ कार्यालय, गृहमंत्री अमित शाह के कार्यालय में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सांसद लखनऊ से मुलाकात की।
मौलाना यासूब अब्बास ने कहा कि कोविड-19 महामारी रोकथाम के लिए गृह मंत्रालय भारत सरकार द्वारा जारी गाइडलाइंस जिसमें शादी विवाह के लिए 50 लोगों की अनुमति दे रखी है पर मोहर्रम के जुलूस को लेकर पूरे पूरे हिंदुस्तान का शासन प्रशासन अनुमति नहीं दे रहा है जबकि ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड द्वारा पूरे हिंदुस्तान में डब्ल्यूएचओ व भारत सरकार की गाइडलाइन जिसमें सोशल डिस्टेंसिंग एवं सेनीटाइज प्रक्रिया को लागू करते हुए जुलूस निकालने की अनुमति मांगी है पर इस पर कोई भी जवाब नहीं आया उन्होंने मंत्री महोदय को अवगत कराया कि पूरे हिंदुस्तान में शिया सुन्नी हिंदू सिख आदि समुदाय के लोग ताजियादारी करते हैं वह जुलूस बहुत श्रद्धा पूर्वक निकालते हैं।
उन्होंने कहा कि मोहर्रम कोई त्यौहार या पर्व नहीं बल्कि शोकसभा है जो आज से चौदह सौ साल पहले कर्बला में इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम की शहादत की याद में आयोजित की जाती है।
मौलाना यासूब अब्बास ने सरकार से मोहर्रम के विषय में नई गाइडलाइन जारी करने का अनुरोध किया है।