उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में लखनऊ में अपने सरकारी आवास पर श्रम और सेवायोजन विभाग की समीक्षा बैठक की। इस बैठक में उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि श्रम कानूनों को उद्योगपतियों और श्रमिकों दोनों के हित में संतुलित बनाया जाए। उन्होंने कहा कि श्रमिक और उद्योगपति एक-दूसरे के पूरक हैं, न कि प्रतिस्पर्धी।
*मुख्य बिंदु:*
– *श्रम कानूनों का सरलीकरण*: योगी आदित्यनाथ ने कहा कि श्रम कानूनों को सरल बनाने की आवश्यकता है ताकि उद्योगों को सुविधा मिले और श्रमिकों के शोषण की कोई संभावना न रहे।
– *उद्योगपतियों और श्रमिकों के हित*: मुख्यमंत्री ने जोर दिया कि श्रम कानूनों को दोनों पक्षों के हित में संतुलित बनाया जाना चाहिए।
– *औद्योगिक प्रगति*: उन्होंने कहा कि प्रदेश की औद्योगिक प्रगति तभी संभव है जब श्रम कानूनों को सही तरीके से लागू किया जाए।
योगी आदित्यनाथ की इस पहल का उद्देश्य उत्तर प्रदेश में औद्योगिक विकास को बढ़ावा देना और श्रमिकों के अधिकारों की रक्षा करना है। ¹