लखनऊ में बुधवार को चीनी मोबाइल, एसेसरीज, एलईडी सहित इलेक्ट्रॉनिक आइटम के थोक व फुटकर कीमतों में जबरदस्त उछाल आया। कारोबारियों ने इसकी वजह चीन से आए माल को मुंबई पोर्ट पर कस्टम की ओर से रोका जाना बताया। दिल्ली से होलसेल कीमत बढ़ाने की सूचना लखनऊ पहुंची तो तत्काल मोबाइल से लेकर अन्य आइटम की कीमतों में 15 से 150 फीसदी तक की वृद्धि कर दी गई।
इसका सबसे ज्यादा असर नाका बाजार पर दिखा, जहां से प्रदेश के 20 जनपदों के रिटेलर और ग्राहक सीधे इलेक्ट्रॉनिक आइटम खरीदते हैं। सबसे अधिक बढ़ोतरी मोबाइल की मेमोरी कार्ड की कीमत में हुई। रिटेल में 200 रुपये में बिकने वाला कार्ड बुधवार को 500 तक में बिका।
वहीं, चीनी खिलौनों की कीमतें 25 से 50 फीसदी तक बढ़ीं। ऑनलाइन पढ़ाई के चलते एलईडी की मांग दोगुनी हो गई है। हालांकि, सप्लाई न होने से ये ग्राहकों को मिल नहीं पा रही है। वहीं, स्वदेशी और चीनी 32 इंच एलईडी, जो पहले छह हजार में मिल जाती थी, उसकी कीमत होलसेल में आठ हजार रुपये तक पहुंच गई है। ऐसे में रिटेलर को यह एलईडी 8000 से अधिक कीमत में बेचनी पड़ रही है। नाका परिचित व्यापार मंडल के अध्यक्ष व कारोबारी सतपाल सिंह मीत ने बताया कि जब रिटेलर महंगी कीमत में एलईडी खरीदेगा तो उसी हिसाब से उसे बेचेगा।