लखनऊ 12 अप्रैल 2020 कोरोना महामारी के संकट से सबसे अधिक गरीब परिवारों के बच्चे प्रभवित हो रहे हैं। बड़ों के लिये तो भोजन की व्यवस्था जिला प्रशासन और अन्य संस्थाओं की ओर से रोज ही हो रहा है पर बच्चों के दूध का कोई इंतजाम नहीं है। इस कमी को दूर करने के लिए शुद्ध दूध कंपनी सराहनीय प्रयास कर रही है। कंपनी की ओर से हर रोज सामाजिक कार्यकर्ताओं के जरिये 200 लीटर दूध और 250 लीटर दही मलिन बस्तियों और जरूरतमंद बच्चों के बीच मुफ़्त वितरित किया जा रहा है।
रविवार को कल्याणपुर स्थित मलिन बस्ती के बच्चों को दूध व दही वितरित कर उनके चेहरों पर मुस्कान बिखेरी गयी।
शुद्ध मिल्क कम्पनी के चेयरमैन पीयूष उपाध्याय ने बताया कि देश के लोगों के बीच ही हम सब अपना व्यापार करते हैं। यदि हम इस बुरे वक़्त में देश के काम नहीं आ सके तो यह उनके साथ अन्याय होगा। उन्होंने कहा कि हमें मिली जानकारी के मुताबिक मालिन बस्तियों में राशन इत्यादि तो बांटा जा रहा था। दिहाड़ी मजदूरों को भी भोजन के पैकेट उपलब्ध करवाए जा रहे थे, पर उनके बच्चों को दूध नहीं मिल रहा था। जिससे छोटे बच्चे भूख से बिलबिला रहे थे। दिहाड़ी मजदूर पैसा न होने की वजह से रोज़ाना दूध ख़रीदने में सक्षम नहीं थे। ऐसे में हमने फ़ैसला लिया कि जब तक करोना का संकट ख़त्म नहीं हो जाता हम सरकार को इस नेक काम में सहयोग करेंगे और बच्चों को बचाने के लिए रोज़ाना मलिन बस्ती में दूध और दही का मुफ़्त वितरण करते रहेंगे। हम लोग अगर एक होकर सरकार की सहयता करेंगे तो ग़रीबी के साथ ही कोरोना से भी लड़ पाएंगे।