मध्य प्रदेश 15 मार्च 2020 मध्य प्रदेश का राजनीतिक संकट जारी है इसी बीच राज्यपाल लालजी टंडन ने सोमवार को फ़्लोर टेस्ट कराने का आदेश भी दे दिया है.
इस पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफ़ी भी कराई जाएगी. लेकिन क्या मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ फ़्लोर टेस्ट के लिए तैयार हैं?
कमलनाथ नहीं मानते हैं कि ज्योतिरादित्य सिंधिया सिर्फ़ राज्य सभा सीट के लिए कांग्रेस पार्टी छोड़कर गए हैं.
वो कहते हैं, “जो सौदा हुआ है वो महज़ राज्य सभा के लिए नहीं है, राज्य सभा तो एक छोटी सी बात है.”
फिलहाल कमलनाथ सरकार अधर में लटकी नज़र आ रही है. उनके 19 विधायक लगभग सप्ताह भर से बेंगलुरु के एक रिज़ॉर्ट में हैं और उनका त्यागपत्र भी बीजेपी के एक नेता ने लाकर विधानसभा स्पीकर को सौंपा. वहीं, रविवार तड़के सुबह जयपुर से कांग्रेस के 70 से अधिक विधायक भोपाल वापस लाए गए हैं.
इस सवाल के जवाब में कि बेंगलुरु में कांग्रेस के जो विधायक एक रिज़ॉर्ट में हफ्ते भर से मौजूद हैं क्या वो भोपाल नहीं आ रहे, मुख्यमंत्री कमलनाथ कहते हैं, “ये तो मैं नहीं जानता लेकिन अगर वो स्वतंत्र हैं तो वो भोपाल आते मीडिया के सामने खड़े होते, सवालों के जवाब देते. पिछले सात-आठ दिनों से जो इनका नाटक चल रहा है और अगर ये इनके (बीजेपी) के साथ हैं तो फिर इन्हें डर किस बात का है.”
कमलनाथ का कहना है कि वो चिंतित नहीं है और उन्हें हर विधायक पर विश्वास है कि वो मध्य प्रदेश के हित में फ़ैसला लेगा. कांग्रेस फिलहाल 230 सदस्यों वाले विधानसभा में 108 सदस्य के होने का दावा कर रही है. उसके छह पूर्व मंत्रियों का इस्तीफ़ा मंज़ूर कर लिया गया है.