भारत भूषण जी का पूरा नाम भारत भूषण भल्ला था, इनका जन्म मेरठ में 1920 में हुआ और इनकी पढ़ाई लिखाई अलीगढ़ में हुई।
इन्हों ने फिल्मों में काम करने के लिए कोलकाता को चुना लेकीन बाद में मुम्बई में आए और मुम्बई को अपनी कर्मभूमि बनाया।
इन्हों ने बहुत सी फिल्मों में लीडिंग रोल निभाए इनकी फिल्मों की अगर हम बात करें तो बैजू बावरा, आनंद मठ, बरसात की रात, गेट वे ऑफ इंडिया, दूज का चांद, स्मार्ट चंद्र गुप्त, मिर्ज़ा ग़ालिब, बसंत बहार, रानी रूपमती, चम्पा कली, फागुन, सोहनी महिवाल, जहां आरा, ग्यारह हजार लड़कियां, संगीत सम्राट तानसेन, तकदीर, प्यार का मौसम,
जैसी हिट फिल्में थीं।
जब दूरदर्शन पर इनकी फिल्में देखते थे तब हम इन्हें ही तानसेन समझते थे।????
इनको भी प्रदीप कुमार, नवीन निश्चल की श्रेणी में रखा जाता है जिन की फिल्में तो हिट होती थीं मगर प्रतिभा की कमी और सपाट चेहरे पर कोई भाव ना उभरते थे।
इन्हों ने कुछ फिल्मों का निर्माण भी किया था यह अच्छे सिक्रिप्ट लेखक थे। इन्हों ने एक फिल्म का निमार्ण किय था जिसका नाम था दूज का चांद,जो सुपर डुपर फ्लॉप हुई जिस से इनको काफी आर्थिक नुक्सान उठाना पड़ा और यह तंगहाली में आ गए।
इनका बंगला जिसके राजिंद्र कुमार जी ने खरीदा और उसका नाम डिंपल रखा बाद में यह बंगला राजेश खन्ना ने खरीदा और नाम आशीर्वाद रखा।
कहते हैं इनके आखिर के दिन काफी आर्थिक तंगी में गुज़रे और 1992 में दुनिया से चले गए।