20 मई 2020
देश के सबसे बड़े कर्जदाता SBI ने अपनी रिसर्च रिपोर्ट में कहा है कि सरकार द्वारा लॉकडाउन की अवधि मई अंत तक बढ़ाने का फैसला लेने के बाद भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) लोन मोरेटोरियम 3 महीने के लिए बढ़ा सकता है। अगर ऐसा हुआ तो कर्जदारों को लोन की EMI का भुगतान 31 अगस्त तक नहीं करने की सुविधा मिल जाएगी। हालांकि इस अवधि के लिए उनसे बाद में ब्याज वसूला जाएगा। RBI की 27 मार्च की अधिसूचना के मुताबिक कर्जदार अभी मार्च, अप्रैल और मई की ईएमआइ चुकाने के बोझ से स्वेच्छा से मुक्त हैं। हालांकि उन्हें यह EMI बाद में चुकानी होगी।
कोरोना वायरस के खिलाफ रणनीति पर आगे बढ़े हुए केंद्र सरकार ने देश में लॉकडाउन का ऐलान किया था। इसके बाद रिजर्व बैंक ने कर्जदाताओं को राहत देते हुए बैंकों को निर्देश दिए थे कि वो लोन की EMI आगे बढ़ाने की सुविधा यानी मोरेटोरियम प्रदान करे। इसके बाद बैंको ने EMI 3 महीने के लिए आगे बढ़ाने की सुविधा शुरू की थी। अब देश में लॉकडाउन 4 लागू होने के बाद उम्मीद की जा रही है कि यह सुविधा बढ़ाई जा सकती है।
वहीं इस छूट के बाद ब्याज वसूले जाने का मामला अभी सुप्रीम कोर्ट में लंबित है। याचिका में मांग की है कि बैंकों को ब्याज वसूलने से रोका जाए, क्योंकि इससे आम आदमी पर बोझ पड़ रहा है।