बड़े मुस्लिम देश खासकर पाकिस्तान और सऊदी अरब का ज़ुल्म के खिलाफ खामोश रहना अफसोसनाक है यह बात ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड के प्रवक्ता मौलाना यासूब अब्बास ने पत्रकारों से बात करते हुए कही।
चीन में इस्लामी संस्कृति को पूरी तरह बर्बाद करने उसका बायकाट करने के मसले पर बोलते हुए मौलाना ने कहा कि इस मसले पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री की खामोशी अफसोसनाक है। इमरान खान क्रिकेटर से नेता बने हैं उनको यह नहीं पता है कि कहां पर बोलना चाहिए कहां पर नहीं बोलना चाहिए इमरान खान अपने आप को मुसलमानों का नेता बना कर पेश करते हैं लेकिन जब मुसलमानों पर जुल्म की याद आती है तो वह मौन धारण कर लेते हैं।
चीन के मसले पर पाकिस्तान के रवैया की बात करते हुए उन्होंने कहा कि चाहे चीन का मसला हो या फ्रांस का हमें आवाज उठानी चाहिए यह बात सही नहीं है कि एक के खिलाफ आवाज उठायें और एक के खिलाफ खामोश रहें उन्होंने कहा कि जितने भी मुस्लिम देश हैं चाहे वह पाकिस्तान हो या सऊदी अरब यह सब किसी के इशारे पर काम कर रहे कोई डमरु बजा रहा है और यह सारे लोग नाच रहे हैं।
उन्होंने कहा कि मुसलमान देशों के खलीफा बनना चाहते हैं इमरान खान।
उन्होंने इस बात पर भी अफसोस का इजहार किया कि पाकिस्तान खामोश बैठा है और चीन अपने देश में मुसलमानों के बाद अब मस्जिदों को भी खत्म करने की कोशिश कर रहा है।