23/5/2020
कोरोना संकट और लॉकडाउन के चलते भारतीय राजनीति में आई खामोशी अब टूटने लगी है। मोदी सरकार को घेरने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की अगुवाई में कई विपक्षी दलों की आज यानी शुक्रवार को शाम तीन बजे बड़ी बैठक होने जा रही है। विपक्ष दलों की इस बैठक में उत्तर प्रदेश के प्रमुख विपक्षी दल सपा और बसपा ने सियासी डिस्टेंस बनाए रखा है। ऐसे में सवाल उठता है कि उत्तर प्रदेश में प्रियंका गांधी की राजनीतिक सक्रियता के चलते तो कहीं अखिलेश यादव और मायावती विपक्षी दल की बैठक से दूरी नहीं बना रहे हैं।
बता दें कि मायावती कई मौकों पर विपक्ष की ऐसी बैठकों में अपने प्रतिनिधि के तौर पर राज्यसभा सदस्य और बसपा महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा को भेजती रही हैं। लेकिन इसबार उन्होंने बैठक में भाग लेने से ही इनकार कर दिया है। ऐसे ही सपा भी विपक्षी दलों की बैठक में हमेशा शामिल होती रही है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव खुद के बजाय सपा महासचिव रामगोपाल यादव को पार्टी प्रतिनिधि के तौर पर भेजते रहे हैं। इस बार बदले हुए सियासी माहौल में सपा-बसपा कांग्रेस की बैठक का हिस्सा नहीं बनेंगे।