प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 6 जून 2025 को जम्मू-कश्मीर के कटरा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए जम्मू-कश्मीर के युवाओं की आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर के नौजवान अब देशभक्ति की भावना से प्रेरित होकर आतंकवाद के खिलाफ ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत सक्रिय रूप से योगदान दे रहे हैं। इस अवसर पर जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और उपराज्यपाल मनोज सिन्हा भी उपस्थित थे।
ऑपरेशन सिंदूर:
नामकरण: ऑपरेशन सिंदूर का नाम जम्मू-कश्मीर के युवाओं की बहादुरी और देशभक्ति का प्रतीक है, जो क्षेत्र की सांस्कृतिक और भावनात्मक पहचान को दर्शाता है।
उद्देश्य: इस ऑपरेशन का मुख्य लक्ष्य आतंकवाद को जड़ से खत्म करना और जम्मू-कश्मीर में शांति, सुरक्षा और समृद्धि स्थापित करना है। यह 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में शुरू किया गया, जिसमें भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया।
प्रधानमंत्री मोदी का बयान:
युवाओं की भूमिका: पीएम मोदी ने जम्मू-कश्मीर के युवाओं की सराहना करते हुए कहा कि वे आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने कहा, “जम्मू-कश्मीर का नौजवान अब आतंकवाद को मुंहतोड़ जवाब देने का मन बना चुका है। ये वो आतंकवाद है, जिसने घाटी में स्कूल जलाए, अस्पताल तबाह किए, जिसने कई पीढ़ियों को बर्बाद किया।”
देशभक्ति और एकजुटता: मोदी ने जोर देकर कहा कि जम्मू-कश्मीर के युवा देशभक्ति की भावना से प्रेरित हैं और उनकी एकता ने आतंकवाद के खिलाफ नई उम्मीद जगाई है। उन्होंने कहा, “इस बार लोगों ने जो ताकत दिखाई, उसने न केवल पाकिस्तान, बल्कि विश्व भर में आतंकवाद को एक स्पष्ट संदेश दिया है।”
पहलगाम हमले पर प्रतिक्रिया: पीएम ने पहलगाम हमले को “मानवता और कश्मीरियत पर हमला” करार दिया, जिसका उद्देश्य भारत में दंगे भड़काना और कश्मीर के मेहनतकश लोगों की आजीविका को बाधित करना था। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर ने पाकिस्तान को शर्मनाक शिकस्त दी, और अब “पाकिस्तान जब भी ऑपरेशन सिंदूर का नाम सुनेगा, उसे अपनी हार याद आएगी।”
कार्यक्रम का विवरण:
वंदे भारत ट्रेन का उद्घाटन: पीएम मोदी ने कटरा और श्रीनगर के बीच पहली वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई, जो कश्मीर घाटी और जम्मू क्षेत्र को जोड़ने वाली पहली ट्रेन सेवा है। इस अवसर पर उन्होंने चिनाब ब्रिज और अंजी ब्रिज का भी लोकार्पण किया, साथ ही 46,000 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं की सौगात दी।
उपस्थित गणमान्य व्यक्ति: कार्यक्रम में जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव उपस्थित थे। उमर अब्दुल्ला ने भी इस अवसर पर संबोधित किया और कटरा-श्रीनगर रेल सेवा की शुरुआत की सराहना की। उन्होंने कहा कि वे बचपन से इस प्रोजेक्ट का इंतजार कर रहे थे, और यह जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए ऐतिहासिक उपलब्धि है।
विकास पर जोर: पीएम मोदी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर की रेल कनेक्टिविटी से पर्यटन और अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा, जिससे स्थानीय कारोबारियों और उद्योगों को नए अवसर प्राप्त होंगे। उन्होंने वादा किया, “मैं यहां विकास को रुकने नहीं दूंगा। यहां के नौजवानों को सपने पूरे करने से कोई बाधा रोक नहीं पाएगी।”
उमर अब्दुल्ला और मनोज सिन्हा की भूमिका:
उमर अब्दुल्ला: मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने अपने संबोधन में रेल परियोजना को जम्मू-कश्मीर के विकास में मील का पत्थर बताया। उन्होंने पीएम मोदी की प्रशंसा करते हुए कहा, “जो काम अंग्रेज नहीं कर पाए, वह आपके हाथों से पूरा हुआ।”
मनोज सिन्हा: उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने भी इस अवसर पर उपस्थित रहकर क्षेत्र के विकास और सुरक्षा के लिए केंद्र सरकार के प्रयासों की सराहना की