पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में तीसरे मोर्चे को मुंह की खानी पड़ी है। लगभग 85% सीटों पर उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई यहां तक कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने जिन दो सीटों पर रैलियां की वहां भी उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई।
चुनाव परिणामों के विश्लेषण से पता चलता है कि तीसरे मोर्चे के उम्मीदवार चुनाव में 292 सीटों में से केवल 42 में ही अपनी जमानत बचा पाए। मालूम हो कि एक उम्मीदवार की जमानत तब जब्त हो जाती है जब वह मतदान के 16.5% वोट भी हासिल नहीं कर पाता है। वाम दलों और कांग्रेस दोनों की चुनाव में एक भी सीट नहीं आ सकी है। वहीं इंडियन सेक्युलर फ्रंट (ISF) के खाते में एक सीट आई है। जिसके चलते तीसरे मोर्चे को एक सीट हासिल हुई। ISF ने अन्य दो सहयोगियों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया।