फिरोजपुर, जेएनएन। यहां रहनेवाले 12 साल के किशोर को अपनी दादी की इतनी याद आई कि वह उससे मिलने वह मालगाड़ी में बैठकर बिहार रवाना हो गया। मालगाड़ी से वह लखनऊ तक ही पहुंच पाया और दो महीने तक वहां भटकता रहा। वहां किसी तरह बाल भलाई कमेटी के संपर्क में आने पर परिवार को उसके बारे में जानकारी मिली। इसके बाद फिरोजपुर के जिला उपायुक्त (डीसी) के प्रयास से वह वापस अपने परिवार के पास फिरोजपुर पहुंचा।
किशोर के पिता उदयशंकर कुमार मूल रूप से बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के रहने वाले हैं और फिरोजपुर में एक प्राइवेट स्कूल में शिक्षक हैं। उन्होंने बताया कि उनका बेटा 20 मार्च को अपनी दादी से मिलने के लिए घर से चला गया था। उसने इस बारे में घर में किसी को नहीं बताया। अचानक लापता हो जाने पर उसे ढूंढऩे का काफी प्रयास किया, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला। बेटे के न मिलने पर उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को दी। लॉकडाउन की वजह से वह उसे कहीं ढूंढऩे नहीं जा पा रहे थे। घर के लोगों का बुरा हाल था। उदय शंकर के तीन बच्चे हैं, यह लड़ाक सबसे बड़ा है।