कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव उत्तर प्रदेश के प्रभारी प्रियंका गांधी ने कहा पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी जी पर्यावरण संरक्षण एवं जैव विविधता को देश के विकास के लिए बेहद जरूरी मानती थीं। इसके लिए उन्होंने टाइगर प्रोजेक्ट, वायु प्रदूषण नियंत्रण कानून, वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, जल (प्रदूषण निवारण तथा नियंत्रण) कानून और वन संरक्षण अधिनियम जैसे महत्वपूर्ण कानून पास कराए थे।
इंदिरा जी ने पर्यावरण संरक्षण और जैव विविधता को मजबूती देने का मुद्दा वैश्विक मंचों पर उठाया। 1972 में स्टॉकहोम में संयुक्त राष्ट्र का पहला पर्यावरण सम्मेलन हुआ जिसमें इंदिरा जी आयोजक देश के अलावा भाषण देने वाली अकेली नेता थीं। 1976 में नैरोबी में नवीन एवं अक्षय ऊर्जा स्रोतों पर संयुक्त राष्ट्र का पहला सम्मेलन आयोजित हुआ, जिसमें भाषण देने वाले विश्व के पांच राष्ट्राध्यक्षों में इंदिरा जी भी शुमार थीं।
जब दुनिया में पर्यावरण के बारे में कोई खास चिंताएं नहीं थीं, उस दौर में उन्होंने न सिर्फ पर्यावरण के लिए बेहद अहम कानून बनवाए, बल्कि पर्यावरण से जुड़ी चिंताओं को पूरी दुनिया में पहुंचाया। आइए, अंतर्राष्ट्रीय जैव विविधता दिवस पर इंदिरा गांधी जी के सपनों को आगे बढ़ाने एवं अपने पर्यावरण को और समृद्ध बनाने का संकल्प लें।