नई दिल्ली: कोरोना वायरस को लेकर पीएम मोदी ने मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक खत्म हो गई है। ज्यादातर मुख्यमंत्रियों ने लॉकडाउन बढ़ाए जाने की वकालत की है। वहीं पीएम मोदी ने लॉकडाउन को दो हफ्ते और बढ़ाने के संकेत दिए हैं। बैठक की प्रारंभिक तस्वीरों में प्रधानमंत्री मोदी संवाद के दौरान उजला मास्क पहन कर मुख्यमंत्रियों के साथ चर्चा कर रहे थे। संवाद में शामिल मुख्यमंत्रियों में पंजाब के कैप्टन अमरिंदर सिंह, पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी, महाराष्ट्र के उद्धव ठाकरे, उत्तर प्रदेश के योगी आदित्यनाथ, हरियाणा के मनोहर लाल, तेलंगाना के के चंद्रशेखर राव, बिहार के नीतीश कुमार सहित कई राज्यों के मुखिया शामिल थे। मिल रही जानकारी के मुताबिक पीएम मोदी ने संकेत दिए हैं कि लॉकडाउन को 30 अप्रैल तक बढ़ाया जा सकता है। इसके साथ ही इसको 30 अप्रैल से आगे बढ़ाए जाने की संभावनाओं से भी इनकार नहीं किया है। यह सूचना देने के लिए पीएम मोदी देश को संबोधित कर सकते हैं। इसके साथ ही किसानों के लिए भी एक बड़ा ऐलान किया जा सकता है। मुख्यमंत्रियों से बातचीत के दौरान पीएम मोदी ने राज्यों को फंडिंग को लेकर कुछ नहीं कहा है।
मुख्यमंत्रियों के साथ बातचीत में पीएम मोदी ने कहा कि लॉकडाउन की बात करते हुए मैंने कहा था कि जान है तो जहान है। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘जब मैंने राष्ट्र के नाम सन्देश दिया था तो प्रारम्भ में बल दिया था कि हर नागरिक की जान बचाने के लिए लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग बहुत जरूरी है। देश के अधिकतर लोगों ने इस बात को समझा और घरों में रहकर अपना दायित्व भी निभाया। हम सभी ने भी इसी मंत्र पर चलते हुए देशवासियों की जिंदगी बचाने का प्रयास किया और अब भारत के उज्जवल भविष्य के लिए समृद्ध और स्वस्थ भारत के लिए जान भी जहान भी, दोनों पहलुओं पर ध्यान आवश्यक है। उन्होंने कहा कि जब देश का प्रत्येक व्यक्ति जान भी और जहान भी, दोनों की चिंता करते हुए अपने दायित्व निभाएगा, सरकार और प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करेगा, तो कोरोना के खिलाफ हमारी लड़ाई औऱ मजबूत होगी।
दरअसल पीएम मोदी ने ‘जान भी और जहान भी’ वाक्य का इस्तेमाल कर संकेत दिए हैं कि इस बार के लॉकडाउन में कुछ ढील रहेगी ताकि आर्थिक गतिविधियां थोड़ी बहुत चलती रहें।