इधर कोरोना के केस काफी कम हुए और मरने वालो की संख्या में भी गिरावट भी आयी हूॅं, जबकि 2 महीने से हर तरह से कोषिष हो रही थी…, सरकारों की अपनी कोषिषे जारी रही…, लोगो का सेवाभाव अपनी जगह चलता रहा…! मुसलमान भाई, हिन्दू भाई, सिख भाई व ईसाई भाई व दूसरे धर्म के लोग दुआयें करते रहे…!
एस.एन.लाल
लेकिन पता नहीं ऐसा क्यो हुआ… समाचार भी इस बात के साक्ष्य है…कि ईद के बाद एक दम से कोरोना के केसों में कमी आयी…। मुसलमानों में प्रचलन है कि 29वें रोज़े में अगर रोज़दार दिल से पूरी इन्सानियत के लिए दुआ मांगे…. तो ज़रुर पूरी होती है….! साथ में महीेना भर हर धर्म के लोगो द्वारा की गयी दुआओं का असर भी इसी दुआ के साथ दिखा….यानि यह वह दिन होता है कि इसके दूसरे दिन ईद होती है…या फिर एक दिन बाद ईद होती है…! षुक्र है …पाक परवरदिगार कि ईद वाले दिन यानि 14 मई से अभी तक कोरोना से मरने वालो का आकड़ा 1 प्रतिषत से भी कम हो गया है…। और संक्रमण के आकड़ों में भी भारी कमी आयी है…।
एस.एन.लाल
मुझे कुछ ऐसा लगा..तो मैने लिख दिया…आपको कैसा लगा…, यह आप बेहतर समझे…! बहरहाल..उस पाक-परवादिगार/ईष्वर/भगवान का षुक्र है..। हमारा देष इस वबा से जल्द से जल्द छुटकारा पाये और सब के सब खुषहाल हो…!
एस.एन.लाल