9/5/2020 देश में कोरोनावायरस संक्रमण के मामले बीते कुछ दिनों से बहुत तेजी से बढ़ रहे हैं। देश में COVID-19 संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर 60,000 के करीब पहुंच गया है। हालांकि, मरीजों के रिकवरी रेट में सुधार आया है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोनावायरस मरीजों को डिस्चार्ज करने की नीति में बदलाव किया है। इसके तहत, सिर्फ कोरोना के गंभीर मरीज़ों को ही अस्पताल से डिस्चार्ज करने से पहले RT PCR टेस्ट से गुजरना होगा। बाकी हल्के और थोड़े गंभीर मामलों में मरीज को 10 दिनों में छुट्टी मिल सकती है और उनका RT PCR टेस्ट नहीं होगा। पहले 24 घण्टों में दो बार टेस्ट निगेटिव आने पर डिस्चार्ज किया जाता था। अब गंभीर मरीज़ का भी बस एक टेस्ट निगेटिव आया तो उनकी अस्पताल से छुट्टी।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने मरीजों को तीन श्रेणियों में बांटा है- पहला- हल्के या बहुत हल्के मामले, दूसरा- थोड़े गंभीर मामले और तीसरा- गंभीर.मामले।
हल्के या बहुत हल्के मामले: लक्षण आने के 10 दिन बाद और 3 दिनों से अगर बुखार न हो। बिना किसी RT PCR टेस्ट किये ही छुट्टी।
थोड़े गंभीर मामले ,इसमें दो केटेगरी है A- अगर बुखार शुरू के 3 दिनों में ठीक हो जाये और अगले 4 दिनों तक अगर ऑक्सीजन सपोर्ट की ज़रूरत न पड़े। तो ऐसी सूरत में लक्षण आने के 10 दिन बाद बिना किसी RT PCR टेस्ट किये डिस्चार्ज किया जा सकता है। बशर्ते बुखार न हो। सांस लेने में तक़लीफ़ न हो और ऑक्सीजन की ज़रूरत न हो।
B- बुखार तीन दिनों में न जाये और ऑक्सीजन थेरेपी की ज़रूरत हो तो ऐसे मरीज़ को लक्षण खत्म होने पर और 3 दिनों तक लगातार ऑक्सीजन सपोर्ट की ज़रूरत न पड़े तभी डिस्चार्ज। इनको भी डिस्चार्ज से पहले RT PCR टेस्ट की ज़रूरत नहीं।
पूरी तरह से ठीक होने के बाद और डिस्चार्ज से पहले RT PCR टेस्ट का होना और नेगेटिव आना ज़रूरी है। अब गंभीर मरीज़ का भी बस एक टेस्ट निगेटिव आने पर अस्पताल से छुट्टी मिल सकती है।
भारत में कोरोनावायरस के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। देश में जारी लॉकडाउन के बावजूद संक्रमितों का आंकड़ा 59 हजार पार कर गया है। भारत में कोरोना संक्रमितों की संख्या 59,662 हो गई है। बीते 24 घंटे में कोरोना के 3320 मामले दर्ज किए गए हैं, जबकि 95 मरीजों की मौत हुई है। अब तक कुल 17,847 लोग इससे ठीक भी हो चुके हैं। देश में कोरोनावायरस से अबतक 1,981 लोगों की मौत हो चुकी है।