कांग्रेस खामोश क्यों है?
कांग्रेस की खामोशी पर भी बोलने का वक्त आ गया है। जिस तरीके से चुनाव आयोग नें साफ-साफ कहा था कि धर्म के नाम पर बिल्कुल भी प्रचार नहीं होगा ना ही वोट मांगा जाएगा वरना उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
लेकिन एक तरफ जहां कांग्रेस महंगाई, भ्रष्टाचार, इलेक्टोरल बांड, बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर आक्रामक दिखाई दे रही है वह वहीं दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी खास कर के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके नेता लगातार धर्म के नाम पर लोगों की भावनाओं को भड़काने का काम कर रहे हैं। कहीं पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह पर झूठे इल्जाम लगाए जा रहे हैं कहीं बीफ की बात हो रही है कहीं मुसलमानों की बात हो रही है। प्रधानमंत्री मोदी बेरोजगारी, गरीबी, महंगाई , भ्रष्टाचार, इलेक्ट्रॉलर बांड जैसे मुद्दों पर बिल्कुल खामोश हैं। इससे यह भी साबित होता है कि भाजपा को इन चीजों से कोई लेना-देना नहीं है उनको सिर्फ़ वोट चाहिए चाहे जो भी तरीका अपनाना पड़े।
भाजपा तो जो कर रही है वह कर रही है लेकिन कांग्रेस आखिर क्यों खामोश है ? चुनाव आयोग में जाकर के भारतीय जनता पार्टी के नेताओं की शिकायत क्यों नहीं करती? चाहे वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हो या दूसरे नेता जो धर्म के नाम पर वोट मांगने की कोशिश कर रहे हैं। नरेंद्र मोदी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई क्यों नहीं करती ? कांग्रेस पार्टी का अपना एक लीगल सेल है जिसमें देश के बड़े बड़े वकील शामिल है आखिर वह इस मुद्दे पर कदम क्यों नहीं उठा रहे हैं ?
रिकॉर्डिंग उठा करके देखें तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण में हर जगह आपत्तिजनक चीज मिलेंगे जिसे चुनाव आयोग में मना किया था ऐसे मेरा कांग्रेस पार्टी इसको लेकर के आक्रामक रवैया अपनाए और चुनाव आयोग में शिकायत करें और अगर चुनाव आयोग ना सुने तो सुप्रीम कोर्ट में इसकी शिकायत की जाए तो मोदी का यह भाषण उन्हें चुनाव लड़ने के अयोग्य भी बनवा सकता है चुनाव प्रचार करने से भी रोक सकता है ।
लेकिन न जाने कांग्रेस आखिर क्या सोच रही और क्यों इस मुद्दे पर खामोश है। अभी चुनाव के 6 फेस बाकी हैं कांग्रेस को चाहिए कि इस मुद्दे को लेकर गंभीरता के साथ और तुरंत कार्रवाई करे।
जय हिन्द।
सैयद एम अली तक़वी
चीफ़ एडिटर – यूरिट न्यूज़ अलर्ट
अध्यक्ष – इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पत्रकार संघ
सदस्य – आल इंडिया मीडिया एसोसिएशन