9/5/2020 अगर आप लॉकडाउन में टर्म लोन लेने की सोच रहे हैं तो आपके लिए देश के सबसे बड़े बैंक की ओर से एक तोहफा है। दरअसल, एसबीआई ने मार्जिन कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट (MCLR) में कटौती की है। इसका मतलब ये हुआ कि अगर आपने एसबीआई से MCLR आधारित लोन ले रखा है तो आने वाले दिनों में आपकी ईएमआई कम हो जाएगी। बता दें कि अभी बैंक के 44 करोड़ से ज्यादा ग्राहक हैं।
लॉकडाउन के दौरान तीसरी बार है जब एसबीआई ने लोन या ईएमआई पर ग्राहकों को राहत दी है। इससे पहले मार्च के आखिरी और अप्रैल के पहले हफ्ते में भी एसबीआई ने राहत का ऐलान किया था। 25 मार्च से देशभर में लॉकडाउन लागू है, जो 17 मई तक चलेगा।
SBI ने गुरुवार को विभिन्न अवधि के लिए MCLR में 0.15 फीसदी की कटौती की है। एक साल अवधि के लिए MCLR सालाना 7.40 फीसदी से घटकर 7.25 फीसदी हो गया है। एक साल की अवधि की एमसीएलआर दर ही व्यक्तिगत, कार और होम लोन जैसे कर्ज के लिए प्रमुख आधार होती हैं। एमसीएलआर के तहत कॉमर्शियल बैंक लोन की ब्याज दर तय करते हैं। ये दर आरबीआई के रेपो रेट से प्रभावित है। अगर आरबीआई रेपो रेट कम करता है तो बैंकों पर एमसीएलआर कम करने का दबाव बढ़ता है।