एरा मेडिकल यूनिवर्सिटी के कॉर्डियोलॉजी डिपार्टमेंट को एक अलग पहचान दिलाने वालों में से एक सीनियर डा० फज़ल करीम मौत से जंग हार गए।
डा० फज़ल करीम रहमदिल, मिलनसार, गरीबों की मदद करने वाले डाक्टर के रूप में जाने जाते थे, हज़ारों की जान बचाने वाले, अपने छोटे-छोटे बच्चों को छोड़कर आज इस दुनियां से रुख़सत हो गये।
‘किताबों से प्रेम में पड़ जाने’ की बात कहा करते थे डॉक्टर फज़ल। उनकी मृत्यु से मेडिकल फ्रेटरनिटी के साथ-साथ उनके स्टूडेंट्स में शोक की लहर दौड़ गई। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से एमबीबीएस व जवाहरलाल इंस्टीट्यूट ऑफ पोस्ट ग्रेजुएशन एंड मेडिकल रिसर्च चंडीगढ़ से कार्डियोलॉजिस्ट की स्पेशलिटी करने के पश्चात कई मेडिकल जर्नल पर काम किया जो पूरे विश्व में प्रकाशित हुई। कुछ ही वर्ष पुर्व डॉक्टर फज़ल का विवाह हुआ था। करोड़ों रुपए पैदा करने की क्षमता रखने वाले डॉक्टर फज़ल कार्डियोलॉजिस्ट एक तयशुदा तनख्वाह में एरा मेडिकल कॉलेज में नौकरी किया करते थे। अल्लाह उन्हें जन्नत नसीब करे।