ईरान से भारतीय छात्रों को निकालने के लिए भारत सरकार ने विशेष कदम उठाए हैं। ईरान में फंसे भारतीय छात्रों को निकालने के लिए भारत सरकार ने राजनयिक प्रयास तेज कर दिए हैं और छात्रों को सुरक्षित वापस लाने के लिए काम कर रही है।
याद रहे कि जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने विदेश मंत्री जयशंकर प्रसाद व केंद्र सरकार से आग्रह किया था कि ईरान में फंसे कश्मीरी और भारत के छात्रों को वापस बुलाने का योजना बनाई जाए
– *सुरक्षित निकासी*: सरकार ने छात्रों को सुरक्षित निकालने के लिए विशेष व्यवस्था की है, जिसमें उन्हें ईरान से राजा मंडी ले जाने और फिर वहां से आर्मेनिया पहुंचाने की योजना है।
– *बस से यात्रा*: छात्रों को बस से आर्मेनिया ले जाया जाएगा, जहां से उन्हें हवाई जहाज से भारत वापस लाया जाएगा।
– *राजनयिक प्रयास*: सरकार ने ईरान के साथ राजनयिक स्तर पर बातचीत कर छात्रों की सुरक्षा और निकासी के लिए सहयोग मांगा है।
*छात्रों की सुरक्षा:*
– सरकार का मुख्य उद्देश्य छात्रों की सुरक्षा और कल्याण सुनिश्चित करना है।
– छात्रों को सुरक्षित निकालने के लिए सरकार हर संभव प्रयास कर रही है और उनकी सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठा रही है [1]।
यह एक जटिल प्रक्रिया हो सकती है, लेकिन सरकार छात्रों को सुरक्षित वापस लाने के लिए प्रतिबद्ध है।