11/06/2020
राष्ट्रपति रूहानी ने अक्तूबर में ईरान पर लगे हथियार संबंधी सभी प्रतिबंधों के ख़त्म होने की तरफ़ इशारा करते हुए कहा है कि इससे अमरीका तिलमिलाया हुआ है और साज़िश की कोशिश में है।
डाॅक्टर हसन रूहानी ने बुधवार को मंत्रीमंडल की बैठक में अमरीका की चालों के मुक़ाबले में संयुक्त राष्ट्र संघ की सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्यों के प्रतिरोध की ज़रूरत पर बल दिया। उन्होंने कहा कि तेहरान को उम्मीद है कि सुरक्षा परिषद के सदस्य, परमाणु समझौते में क्षेत्र व दुनिया के हितों व स्थिरता को दृष्टिगत रखे जाने के कारण, अमरीकी साज़िशों के मुक़ाबले में डट जाएंगे। उन्होंने ईरान के ख़िलाफ़ अमरीका की साज़िशों की नाकामी की तरफ़ इशारा करते हुए कहा कि अमरीकियों को जान लेना चाहिए कि अगर उन्होंने प्रस्ताव नंबर 2231 के ख़िलाफ़ ईरान के विरुद्ध कोई प्रस्ताव तैयार करना और सुरक्षा परिषद में भेजना चाहा तो इस्लामी गणतंत्र ईरान अपनी प्रतिरक्षा शक्ति को हर स्थिति में आगे ले जाएगा।
ईरान के राष्ट्रपति डाॅक्टर रूहानी ने कहा कि इस्लामी गणतंत्र ईरान ने प्रतिबंधों के कठिनतम समय में भी बेहतरीन एयर डिफ़ेंस सिस्टम तैयार किए हैं और इन्हीं में से एक ने अमरीका के हमलावर ड्रोन को मार गिराया था। उन्होंने गले पर घुटना और दबाव को अमरीकी अधिकारियों की हमेशा की नीति बताया और कहा कि इतिहास साक्षी है कि जब भी उन्हें कोई अत्याचारग्रस्त मिलता है, वे उसके गले पर घुटना रख कर दबाव डाल देते हैं। राष्ट्रपति ने कहा कि यह अमरीका के किसी एक शहर की पुलिस का रवैया नहीं है बल्कि अमरीकियों की राजनीति का आधार है।
राष्ट्रपति रूहानी ने इस बात पर बल देते हुए कि अमरीका के ग़ैर क़ानूनी प्रतिबंधों व कोरोना वायरस दोनों से एक साथ निपटने में ईरानी राष्ट्र के प्रतिरोध को इतिहास में हमेशा याद किया जाएगा, कहा कि ईरानी राष्ट्र ने अपनी एकता व एकजुटता से, अमरीका का घुटना तोड़ दिया है।