इजरायल और ईरान के बीच तनाव चरम पर है, और दोनों देशों के बीच युद्ध की आशंका हर समय बनी रहती है
हाल ही में एक रिपोर्ट सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि इजरायल ईरान के परमाणु स्थलों पर हमला करने की तैयारी कर रहा था,
लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस योजना का समर्थन करने से इनकार कर दिया।
*इजरायल की योजना*
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू मई की शुरुआत में ईरान के परमाणु स्थलों पर हमला करना चाहते थे, लेकिन ट्रंप प्रशासन ने इस योजना का समर्थन नहीं किया। इजरायल की योजना में कमांडो द्वारा बमबारी अभियान के साथ-साथ बमबारी के लिए तगड़ी तैयारी शामिल थी।
*अमेरिका की भूमिका*
अमेरिकी खुफिया एजेंसी ने एक आकलन प्रस्तुत किया जिसमें कहा गया कि क्षेत्र में अमेरिकी हथियारों का निर्माण एक संघर्ष को जन्म दे सकता है जिसे अमेरिका नहीं चाहता। इस आकलन के बाद ट्रंप प्रशासन में बहस शुरू हो गई और बातचीत के पक्ष में आम सहमति बन गई।
*ईरान की प्रतिक्रिया*
ईरान ने हाल ही में इजरायल पर हमला किया था, जिसमें लगभग 300 ड्रोन और मिसाइलों का इस्तेमाल किया गया था। इजरायल ने जवाबी कार्रवाई की, जिसमें एक ईरानी एयर डिफेंस सिस्टम नष्ट हो गया था।
*भारत पर प्रभाव*
इजरायल और ईरान के बीच तनाव भारत के लिए भी चिंता का विषय है, क्योंकि भारत दोनों देशों के साथ अपने संबंधों को संतुलित करने की कोशिश कर रहा है। भारत ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम के खिलाफ तीन बार मतदान किया है, लेकिन वह ईरान के साथ अपने ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों को भी बनाए रखना चाहता है ¹ ².