भारत और पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण संबंधों के बीच, ईरान ने मध्यस्थता करने की इच्छा व्यक्त की है।
ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर-अब्दुल्लाहियान जम्मू एंड कश्मीर में पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले कि कड़े शब्दों में निंदा की है और कहा कि उनका देश भारत और पाकिस्तान के बीच शांति और स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए मध्यस्थता करने को तैयार है।
*ईरान की मध्यस्थता की पेशकश:*
– ईरान ने भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव कम करने के लिए मध्यस्थता करने की इच्छा व्यक्त की है।
– ईरान के विदेश मंत्री ने कहा है कि उनका देश क्षेत्र में शांति और स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए काम करने को तैयार है।
– ईरान की मध्यस्थता की पेशकश को भारत और पाकिस्तान दोनों ने अभी तक正式 रूप से स्वीकार या अस्वीकार नहीं किया है।
*भारत-पाकिस्तान संबंध:*
– भारत और पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण संबंधों का लंबा इतिहास रहा है।
– दोनों देशों के बीच कश्मीर मुद्दे पर विवाद है, जो तनाव का एक प्रमुख कारण है।
– भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव को कम करने के लिए कई प्रयास किए गए हैं, लेकिन अभी तक कोई स्थायी समाधान नहीं निकला है।
*ईरान की भूमिका:*
– ईरान ने क्षेत्र में शांति और स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए अपनी भूमिका निभाई है।
– ईरान ने भारत और पाकिस्तान दोनों के साथ अच्छे संबंध बनाए रखने की कोशिश की है।
– ईरान की मध्यस्थता की पेशकश को क्षेत्र में शांति और स्थिरता को बढ़ावा देने के एक प्रयास के रूप में देखा जा रहा है।