इलाहाबाद हाईकोर्ट ने उत्तर प्रदेश सरकार से पूछा है कि कानपुर मेडिकल कॉलेज की तत्कालीन प्राचार्य डॉ. आरती लाल चंदानी जिनका एक विशेष धार्मिक समुदाय के खिलाफ चिकित्सकीय, सामाजिक और आर्थिक रूप से भेदभाव करने के लिए उकसाने वाला वीडियो वायरल हुआ था, के विरुद्ध क्या अनुशासनात्मक कार्रवाई की गयी है।
भारतीय मुसलमानों के लिए प्रगति और सुधार (आईएमपीएआर) की जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए चीफ जस्टिस गोविन्द माथुर और जस्टिस एसडी सिंह की खंडपीठ ने राज्य सरकार द्वारा दिए गए जवाब से असहमति प्रगट की और उसे प्रतिवादी संख्या 8, डॉ. आरती लाल चंदानी के खिलाफ क्या अनुशासनात्मक कार्रवाई की गयी या फिर क्या प्रस्तावित है, के बारे में खंडपीठ को 20 जुलाई, 2020 को अवगत कराने का निर्देश दिया। याचिका में यूनियन ऑफ इंडिया और मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया भी उत्तरदाता हैं। अगली सुनवाई 20 जुलाई, 2020 को होगी।