आज दिनांक 14 जून 2020 ,राजा झाऊ लाल सद्भावना मिशन के प्रवक्ता अली मीसम ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि लखनऊ हजरतगंज स्थित सिबतेनाबाद का इमामबाड़ा व उसकी जमीन मुख्य गेट आदि हमेशा विवादों व अतिक्रमण से घिरा रहा है। हाल ही में लॉकडाउन के समय में सिब्तेनाबाद का मुख्य द्वार जोकि हजरतगंज हलवासिया के सामने खुलता है ।एक रेस्टोरेंट्स मालिक द्वारा मुख्य गेट से मिली हुई जमीन पर एक बड़ा रेस्टोरेंट बना रखा है । गेट के अंदर खाना पकाना व इस गेट पर कब्जा करने की कोशिश हमेशा से चली आ रही है।वही रेस्टोरेंट मालिक ने मेन गेट के पीछे बची हुई जमीन पर अवैध निर्माण करके छोला भटूरा कॉर्नर खोला है, जिसका निर्माण काफी समय से हो रहा था जिसकी वजह से पुराना ऐतिहासिक सिब्तेनाबाद के इमामबाड़े का गेट जोकि पुरातत्व विभाग के अधीन आता है शहीद हो गया ।इस संबंध में जिला प्रशासन ने संबंधित रेस्टोरेंट मालिक के खिलाफ एफ आई आर भी की , पर रेस्टोरेंट मालिक के शासन प्रशासन में मजबूत पकड़ होने के कारण निर्माण ना रुका व उस जगह पर निर्माण कर छोला भटूरा कॉर्नर खोल दिया गया और ऐतिहासिक इमारत का मुख्य गेट आज भी टूटा पड़ा है जिस पर पुरातत्व विभाग जिला प्रशासन उस गिरे हुए निर्माण को पुनः बनाने में हीला हवाली कर रहे है। मैं जिला प्रशासन व पुरातत्व विभाग से अनुरोध करना चाहता हूं कि इस ऐतिहासिक इमारत के मुख्य गेट का पुनः निर्माण जल्द से जल्द किया जाए क्योंकि बारिश का महीना करीब है जिसकी वजह से बचे हुए गेट को और नुकसान हो सकता है।
जल्द से जल्द निर्माण न पूरा होने पर बहुत जल्द लखनऊ के शिया समुदाय के मौलाना व ऐतिहासिक इमारतों से प्रेम करने वाले लोगों से मिलकर इस रेस्टोरेंट मालिक व निर्माण में हीला हवाली करने के खिलाफ जीपीओ पार्क पर मौन धरना दिया जाएगा।